शिमला/ सोलन। आयुष विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए आयुष घर द्वार वैलनेस कार्यक्रम को शुरू किया है, जिसका शुभारम्भ स्वास्थ्य मंत्री डाॅ राजीव सैजल द्वारा आज सोलन में किया गया।
आर्ट आफ लिविंग संस्था के सहयोग से शुरू किए गए इस कार्यक्रम का लाभ लगभग 30 हजार मरीजों को मिलेगा, जो कोविड संक्रमण के कारण विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों व होम आईसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मरीजों की रिकवरी दर को बढ़ाना, जीवन स्तर में सुधार करना, समान स्वास्थ्य देखभाल सुविधा और कोविड-19 बीमारी से उभरने के बाद पुनर्वास सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि आयुष के माध्यम से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक, सामाजिक और अध्यात्मिक रूप से भी समग्र स्वास्थ्य देखभाल दृष्टिकोण प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि जूम, व्हाट्सऐप तथा गूगल मीट जैसे सोशल मीडिया मंच पर लगभग एक हजार वर्चुअल समूह बनाए जाएंगे और प्रत्येक समूह में 20 से 30 मरीज व एक एएमओ/आयुर्वेदिक/पैरामेडिकल स्टाफ/नोडल अधिकारी और एक प्रशिक्षित प्रशिक्षक/आर्ट आफ लिविंग के स्वयंसेवक शामिल होंगे, जो विभिन्न सत्र् लेंगे।
इन सत्रों में होम आइसोलेशन, योग, प्राणायाम और श्वास अभ्यास, ध्यान और अभ्यास के दौरान क्या करें और क्या न करें पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कार्यक्रम में किस प्रकार मन को शांत करें, भय को दूर करें और तनावमुक्त रहें, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श, आयुष द्वारा खुशहाल और समग्र स्वस्थ जीवनशैली दृष्टिकोण, जागरुकता और टीकाकरण अभियान को बढ़ावा देना भी शामिल है।