शिमला। प्रदेश में इस बार भी कोरोना के चलते धामी में हाेने वाला पत्थराें का मेला नहीं होगा। ये मेला पिछले वर्ष की भांति इस साल भी रस्म अदायगी तक ही मनाया जाएगा।
शिमला से करीब 30 किलोमीटर दूर धामी के हलोग में पत्थरों का एक ऐसा मेला होता है, जिसे देखकर हर कोई दंग रह जाता है। वर्षों से ये परंपरा दीवाली के दूसरे दिन होती है।
धामी के राजा जगदीप कंवर ने जानकारी सांझा करते हुए बताया कि इस वर्ष भी मेले में केवल पारंपरिक परंपराओं को ही मध्य नजर रखते हुए मेला संपन्न होगा।
वहीं धामी की माता को खुद राजा अपने लहू की बूंद का चढ़ावा करके मेले की पारंपरिक प्रक्रिया को पूरा करेंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते सरकार ने जो बन्दिशें लगाई हैं, उसका निर्वहन किया जाएगा।