शिमला। प्रदेश एवं शिमला जिला में हुई भयंकर ओलावृष्टि व हिमपात से कृषि-बागवानी को हुए भारी नुकसान को लेकर आज हिमाचल किसान सभा द्वारा जिला परिषद सदस्य कविता कन्टू के नेतृत्व में उपायुक्त शिमला को एक ज्ञापन सौंपा गया।
किसान सभा ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार से अपील की है कि सरकार तुरंत जिला व स्थानीय प्रशासन को नुकसान के आकलन के निर्देश दें तथा ओलावृष्टि से हुए सेब व सब्जियों को नुकसान की भरपाई करे।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर ने कहा कि कोविड के चलते किसान-बागवान पहले ही परेशानी से जूझ रहा है, ऊपर से इस भारी ओलावृष्टि से हुआ नुकसान असहनीय हो गया है।
ऐसे में किसानों के क्रेडिट कार्ड माफ किये जाएं तथा कृषि उपकरणों व खाद आदि पर अनुदान दिया जाय।
बागवान एवं पूर्व जिला परिषद सदस्य एडवोकेट दलीप कायथ ने बताया कि सरकार की नीतियां किसानों के अनुकूल नही हैं। कायथ ने बताया कि बिना सरकार के सहयोग से कृषि लाभकारी नहीं हो सकती।
वहीं पर रामपुर जिला परिषद वार्ड की सदस्य कविता कन्टू ने रामपुर की अधिकांश पंचायतों में ओलावृष्टि से हुए भारी नुकसान के लिए जल्द मुआवजे की मांग की। कविता ने बताया कि इस ओलावृष्टी का बागवानी पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है।
किसान सभा ने मांग की है कि
– सरकार इस ओलावृष्टी के सही आकलन के लिए पटवार सर्कल के हिसाब से विशेष गिरदावरी करवाये।
– किसान क्रेडिट कार्ड की राशि को इस वर्ष के लिए माफ करे।
– बागवानी व कृषि उपकरणों, कीटनाशकों व खाद आदि पर अनुदान दिया जाय।
– सेब व सब्जियों की बर्बाद हुई फसलों के लिये वर्तमान बाजार दरों पर मुआवजा दिया जाय।
– बागवानों व सब्जी उत्पादकों को सरकार द्वारा फौरी राहत दी जाय।