शिमला। राजधानी शिमला में दिवाली पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला शिमला में दिवाली को लेकर जहां पटाखों की बिक्री के लिए खुले स्थान चिंहित कर दिए हैं, वहीं किसी भी आगजनी की घटना से निपटने के लिए भी अग्निशमन विभाग को एलर्ट पर रखा है।
साथ ही सभी एसडीएम को भी अपने स्तर पर इससे सम्बंधित सभी तैयारियां करने को कहा गया है।
दीवाली के दौरान बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए दुकानदारों से कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा है। वहीं आम जनता से भी जिला प्रशासन ने अपील की है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और जरूरत पड़ने पर ही बाजार का रुख करें।
इन दिनों बाज़ार में त्योहारी सीजन के चलते लोगों की भारी भीड़ जुट रही है।
शिमला के लोअर बाजार में दुकानदारों द्वारा सड़कों पर दुकानें सजाई गई हैं और इस कारण लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
वहीं किसी भी आपदा की स्थिति में बाजार से वाहन का निकलना भी मुश्किल हो रहा है। पिछले दिनों ऐसा ही एक मामला लोअर बाजार में घटा जब एक एम्बुलेंस इसी अतिक्रमण के कारण बाजार में फंस गई और बड़ी मुश्किल से इसे निकाला जा सका।
ऐसे में जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन के समक्ष यह चुनौती है कि कैसे ऐसी स्थिति में आम जनता को आ रही मुश्किलों से कैसे राहत दिलाई जाए।
आगजनी की दृष्टि से संवेदनशील भी है बाजार
राजधानी शिमला का लोअर बाजार, राम बाजार, गंज बाजार आगजनी की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। यहां पर जहां बाजार तंग है। वहीं पुराने भवन होने के कारण आग लगने का बराबर अंदेशा बना रहता है।
इन हालात में खासकर दीवाली के समय में फायर ब्रिगेड के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी रहती है। इससे पूर्व में भी कई दफा दिवाली के दौरान ही आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।