शिमला। अतिरिक्त उपायुक्त शिमला किरण भड़ाना की अध्यक्षता में यहां जिला क्षय रोग निवारण समिति एवं जिला क्षय सह रुग्णता समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि जिला में क्षय रोग निवारण हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं ताकि जिला को क्षय रोग मुक्त किया जा सके।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के बाद क्षय रोगियों में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को कोविड पॉजिटिव के बाद क्षय रोग जैसे लक्षण नजर आते हैं तो वह अपना क्षय रोग की जांच अवश्य करवाएं, ताकि समय रहते उसका उपचार हो सके।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को क्षय रोग से संबंधित जागरूक करने के लिए बनाई गई वीडियो को साझा करने के निर्देश दिए ताकि जिला के खंड स्तर तक क्षय रोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके।
उन्होंने इस संदर्भ में जिला में लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए ताकि इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। उन्होंने जिला के अन्य अस्पतालों में क्षय रोग निवारण हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि वहां के लोगों का परीक्षण व इलाज वही पर हो सके।
उन्होंने कहा कि क्षय रोग निवारण हेतु टीबी आरोग्य साथी एप बनाई गई है जिसके माध्यम से नागरिक क्षय रोग से संबंधित जानकारी हासिल कर सकते है वही निक्ष्य के तहत पंजीकृत क्षय रोगी लॉगिन के उपरांत इस संबंध में और अधिक जानकारी हासिल कर सकते है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के अंतर्गत जिला में जनवरी माह से जुलाई तक 2 लाख 62000 की राशि व्यय की गई है वहीं 500 रुपए प्रति माह की दर से सभी क्षय रोगियों को जनवरी माह से जुलाई तक 17 लाख 16000 रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि जिला को क्षय रोग मुक्त किया जा सके।