जानें राग और ताल की महिमा

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आज का हिन्दू पंचांग

दिनांक – 11 जनवरी 2022

दिन – मंगलवार

विक्रम संवत – 2078

शक संवत -1943

अयन – दक्षिणायन

ऋतु – शिशिर

मास – पौस

पक्ष – शुक्ल

तिथि – नवमी दोपहर 02:21 तक तत्पश्चात दशमी

नक्षत्र – अश्विनी सुबह 11:10 तक तत्पश्चात भरणी

योग – सिध्द सुबह 10:56 तक तत्पश्चात साध्य

राहुकाल – शाम 03:31 से शाम 04:53 तक

सूर्योदय – 07:19

सूर्यास्त – 18:13

दिशाशूल – उत्तर दिशा में

विशेष –

नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

Diabetes( मधुमेह) नियंत्रित करने के लिए

Diabetes नियंत्रित करने के लिए सुबह १/२ किलो कच्चा करेला टुकड़े – टुकड़े करके तसले में डाल दें और अपने पैरों से १/२ से ३/४ घंटे तक तक कुचलें जब तक जीभ में कड़वाहट का अहसास ना हो । ७-१० दिन तक ये प्रयोग करें। इससे Diabetes नियंत्रित होती है।

हो सके तो इन दिनों में मेथी की सब्जी खाए या मेथी के दाने रात को भिगा दें और सुबह खाएं। इससे लाभ होगा।

होंठ फटने पर

नाभि में सरसों के तेल की २-४ बूंदे डालें तथा जरा से मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगायें इससे लाभ होता है।

राग और ताल की महिमा

राग और ताल सुनने से बहुत सी बीमारियाँ दूर होती हैं

राग मारवा और राग भोपाली से आंतों की बीमारियाँ दूर होती हैं।

राग आसारी से मस्तक के रोग दूर होते हैं।

राग भैरवी से सिरदर्द ठीक होने लगता है।

राग सोहनी से सिरदर्द और मरुरज्जू (रीड़ की हड्डी में जो मनके घिस गए, वो ठीक होने लगते हैं।

राग वसंत और राग सोरट से नपुंसकता दूर हो जाती है।

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