शिमला। प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योजना के लाभार्थियों एवं केन्द्र संचालकों के साथ सीधा संवाद समारोह के आयोजन का वर्चुअल कार्यक्रम ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्टेट नोडल अधिकारी के तत्वाधान में आयोजित किया गया।
रिज मैदान पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडविया का संदेश सुना।
इस अवसर पर स्टेट नोडल अधिकारी रोहित शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कुल 51 जन औषधि केन्द्र हैं, जिनमें से 14 सरकारी तथा 37 निजी क्षेत्रों में स्थापित है। उन्होंने बताया कि इसके तहत 1400 सस्ती दवाइयां और 240 उपकरण प्राप्त होते हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत बाजार के मुकाबले 50 से 90 प्रतिशत सस्ती दवाइयां लोगों को मिलती है। उन्होंने बताया कि जन औषधि केंद्र खोलने के लिए केन्द्र सरकार से 2 लाख 50 हजार रुपये की मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब व मध्यम वर्ग को इलाज के समय में जहां सहायता मिलती है वहीं उनके धन की भी बचत होती है।
प्रबंधक निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेम राज बेरवा ने लोगों से गुणवत्तायुक्त सस्ती दवाई लेने के लिए इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जैनेरिक दवाईयों को लोकप्रिय बनाने तथा सस्ती चिकित्सा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि वर्चुअल जन संवाद कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे ताकि कम लागत में सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके।