शिमला। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज यहां बताया कि प्रदेश में 1 मई से 15 मई तक जल जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, जिसके माध्यम से पंचायत स्तर तक लोगों को जल गुणवत्ता एवं इसके संरक्षण के प्रति जागरूक किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य ग्राम पंचायत एवं ग्राम स्तर पर ग्राम जल स्वच्छता समितियों, स्वयं सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों तथा विभागीय कर्मचारियों के माध्यम से जल गुणवत्ता एवं जल संरक्षण के प्रति आम जनता को जागरूक करना है। अभियान के दौरान प्रदेश भर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग मानसून से पहले गर्मी के मौसम में जल संरक्षण और इसके विवेकपूर्ण उपयोग के बारे में जनता में सामाजिक जागरूकता पैदा करने के दृष्टिगत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदाय को संवेदनशील बनाएगा और राज्य में जल गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अभियान के दौरान लैब टैस्ट के माध्यम से सार्वजनिक जल वितरण प्रणाली के 13,670 के नमूनों की जांच की जाएगी तथा डिलीवरी प्वाइंट के अंतर्गत 9037 गांवों में भी प्रत्येक गांव के 2 घरों से पानी के नमूनों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया की फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से 12,975 स्कूलों एवं 13,327 आंगनबाड़ी केंद्रों से भी पानी के नमूनों की जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में स्वच्छता सर्वेक्षण के अंतर्गत 27,340 सार्वजनिक जल वितरण क्षेत्रों को कवर किया जा रहा है। इसके अलावा जल जागरूकता पर आधारित जल स्रोत यात्रा, स्वच्छता सर्वेक्षण, स्कूल प्रतियोगिताएं, सामूहिक चर्चा, स्वच्छता जागरूकता इत्यादि विभिन्न कार्यक्रम शामिल हैं।