मोदीमय हुई छोटी काशी मंडी
मंडी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पड्डल मैदान से 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट की दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 28 हजार 197 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने 7,000 करोड़ की रेणुकाजी बांध परियोजना, 1,811 करोड़ की 210 मेगावॉट से अधिक की लुहरी स्टेज-1 पनबिजली परियोजना और 688 करोड़ रुपये से बनने वाली 66 मेगावॉट की धौलासिद्ध पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखी।
साथ ही शिमला जिले में पब्बर नदी पर 2,082 करोड़ रुपये की लागत से बनी 111 मेगावॉट की सावड़ा कुड्डू पनबिजली परियोजना का लोकार्पण भी किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल की जयराम सरकार की जमकर तारीफ की और केंद्र की तर्ज हिमाचल सरकार द्वारा चलाई जा रही हिमकेयर, गृहिणी सुविधा जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल में सफल कोविड वैक्सीनेशन अभियान की तारीफ की और कहा कि तीन जनवरी से शुरू होने वाले किशोरों के टीकाकरण अभियान में भी हिमाचल देश को दिशा दिखाएगा।
सुबह करीब 11:30 बजे प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से मंडी कंगनीधार हेलीपोर्ट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री के पहुंचते ही छोटी काशी मण्डी हिमाचल के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि और नारों से गूंज उठी।
प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर मण्डी में आयोजित समारोह में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में लोग पड्डल मैदान पहुंचे। यहां पहुंचे लोगों में भारी उत्साह देखा गया।
पीएम के मंडयाली संबोधन ने जीता जनता का दिल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संबोधन की शुरुआत मंडयाली बोली से की। स्थानीय बोली में उनके संबोधन ने लोगों को दिल जीत लिया। अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंडयाली में कहा, ‘एसी महिन्ने काशी विश्वनाथा रे दर्शन करने बाद आज छोटी काशी मंझ बाबा भूतनाथ, पंचवक्त्र कने महामृत्युंजय रा आशीर्वाद लैणे रा मौका मिल्या।
देवभूमि रे सभी देवी-देवतयां जो मेरा नमन’। प्रधानमंत्री यह कहने के बाद पंडाल में मौजूद लोग जोर जोर से तालियां और सीटियां बजाने लगे।
पड्डल मैदान में उपस्थित हजारों लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हिमाचल के साथ मेरा हमेशा से एक भावनात्मक रिश्ता रहा है। हिमाचल की धरती और हिमालय के शिखरों ने मेरे जीवन को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब भी मंडी आता हूं तो मंडी की सेपू बड़ी, कचोरी और बदाने के मीठे की याद आ ही जाती है। उन्होंने कहा कि आज डबल इंजन सरकार के चार साल पूरे हुए हैं। सेवा और सिद्धि के चार सालों के लिए हिमाचल की जनता को बधाई देता हूं।
पीएम ने कहा कि यहां जुटी भीड़ इस बात का संकेत है कि चार वर्षों में हिमाचल ने विकास देखा है। इन चार वर्षों में से दो साल कोरोना से भी लड़ाई लड़ी गई और विकास कार्यों को भी रुकने नहीं दिया गया। पिछले चार वर्षों में हिमाचल को एम्स मिला। प्रदेश में चार नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए गए। इसके साथ ही हिमाचल में कनेक्टिविटी को भी सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
परियोजनाओं से बढ़ेगी हिमाचल की आय, मिलेगा रोजगार
पीएम ने कहा कि आज 11 हजार करोड़ की लागत वाली चार बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इससे हिमाचल की आय बढ़ेगी और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। रेणुकाजी प्रोजेक्ट से प्रदेश ही नहीं देश के एक बड़े हिस्से को लाभ होगा।
ईज़ ऑफ़ लिविंग हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें बिजली की बहुत बड़ी भूमिका है। पढ़ाई से लेकर घरों के काम और उद्योगों के लिए बिजली चाहिए। हमारी सरकार का ईज़ ऑफ़ लिविंग मॉडल पर्यावरण संरक्षण को भी प्रेरित कर रहा है।
आज यहां जितने भी शिलान्यास और उद्घाटन हुए हैं, वो क्लाइमेट फ्रेंडली न्यू इंडिया की तरफ देश का एक मजबूत कदम है। हमारा मकसद यही है कि देश के नागरिकों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ पर्यावरण की भी रक्षा हो।
पर्यटकों से आग्रह, हिमाचल को स्वच्छ बनाए रखें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत ने 2016 में यह लक्ष्य रखा था कि वो साल 2030 तक अपनी इंस्टॉल इलेक्ट्रिसिटी कैपेसिटी का 40 प्रतिशत नॉन फॉसिल एनर्जी सोर्स से पूरा करेगा। आज हर भारतीय को इसका गर्व होगा कि भारत ने यह लक्ष्य इसी साल नवंबर में हासिल कर लिया है। यह आज भारत की काम करने की रफ्तार है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रदूषण का जिक्र करते हुए कहा कि पहाड़ों को प्लास्टिक की वजह से नुकसान हो रहा है। हमारी सरकार इसके लिए भी सतर्क है। हमारी सरकार प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर भी कार्य कर रही है। प्लास्टिक के कचरे को रीसाइकल कर सड़कें बनाने में इस्तेमाल हो रहा है।
हिमाचल आने वाले सभी पर्यटकों से मेरा आग्रह है कि हिमाचल को स्वच्छ रखने में अपना दायित्व निभाएं। नदियों या इधर-उधर फेंका जा रहा प्लास्टिक हिमाचल को नुकसान पहुंचा रहा है। हमें हिमाचल को जो प्रकृति से सौगात मिली है उसे संरक्षित करना होगा।
फूड, फार्मिंग, फार्मा और फन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल में टूरिज्म के साथ ही औद्योगिक विकास की भी आपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। हमारी सरकार फूड, फार्मिंग और फार्मा पर विशेष जोर दे रही है और हिमाचल में फन तो है ही। हमारी सरकार मेगा फूड पार्क से लेकर कोल्ड स्टोरेज इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रही है।
फार्मिग में प्राकृतिक खेती को लेकर डबल इंजन सरकार लगातार काम कर रही है। केमिकल मुक्त उत्पाद आज आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। मुझे खुशी है कि हिमाचल इस दिशा में भी अच्छा काम कर रहा है। मैं हिमाचल के किसानों का दिल से अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने प्राकृतिक खेती का रुख किया है।
इतने छोटे से राज्य में डेढ़ लाख किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। मैं देश के सभी किसानों से आग्रह करना चाहता हूं कि हिमाचल के किसानों ने जो रास्ता चुना है वो उत्तम किसानी का रास्ता है, आप भी उसी रास्ते को अपनाएं।
फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड में हिमाचल एक बड़ी ताकत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को आज फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड कहा जाता है, इसके पीछे हिमाचल एक बड़ी ताकत है। हिमाचल ने कोरोना काल में न सिर्फ दूसरे राज्यों बल्कि दूसरे देशों की भी मदद की। फार्मा इंडस्ट्री के साथ हमारी सरकार आयुष फार्मेसी को भी बढ़ावा दे रही है।
जो हिमाचल सरकार में, वो राजनीतिक स्वार्थ में नहीं डूबे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में सरकार को चलाने के दो अलग-अलग मॉडल काम कर रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। वहीं, दूसरा मॉडल है, खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ और विकास भी खुद के परिवार का है।
अगर हम हिमाचल में ही देखें तो पहला मॉडल पूरी शक्ति से राज्य के विकास में जुटा है। इसी का परिणाम है कि हिमाचल ने अपनी पूरी व्यस्क जनता को वैक्सीन देने में अन्य राज्यों के मुकाबले बाजी मारी है।
यहां जो सरकार में हैं वो राजनीतिक स्वार्थ में नहीं डूबे हैं। उन्होंने पूरा ध्यान लोगों को वैक्सीन लगाने में लगाया है।
हिमाचल सरकार को लोगों की चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता थी इसके लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचाई गई। यह हमारा सेवाभाव है, लोगों के प्रति दायित्व का एहसास है।
यहां की सरकार ने लोगों के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई हैं और केंद्र की योजनाओं का भी बेहतर तरीके से विस्तार किया है। यह दर्शाता है कि हिमाचल सरकार को लोगों की कितनी चिंता है। हमारे इन सारे प्रयासों के बीच आप दूसरा मॉडल भी देख रहे हैं जो केवल अपना स्वार्थ अपना वोट बैंक देखता है।
उनका वैक्सीनेशन रिकॉर्ड भी यह कहता है कि उन्हें अपने राज्यों के लोगों की भी चिंता नहीं है। हमारी सरकार आप लोगों की हर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है।
देश को दिशा देने का काम करेगा हिमाचल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार बेटियों को बेटों के समान अधिकार देने को लेक काम कर ही है। बेटा-बेटी एक समान। हमारी सरकार ने तय किया है कि बेटियों की शादी की उम्र भी वही होनी चाहिए जिस उम्र में बेटों को शादी की इजाजत मिलती है। बेटियों की शादी की उम्र 21 साल होने से उन्हें पढ़ने का समय भी मिलेगा और अपना भविष्य भी बना पाएगी।
अब हमारी सरकार ने यह तय किया है कि 15-18 साल के बच्चों को 3 जनवरी से वैक्सीन लगाई जाएगी। मुझे विश्वास है कि हिमाचल इसमें भी शानदार काम करेगा, देश को दिशा देने का काम हिमाचल करके रहेगा। फ्रंटलाइन वर्करों को 10 जनवरी से प्रिकॉशन डोज दी जाएगी। 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग जिन्हें पहले से गंभीर बीमारियां हैं उन्हें भी प्रिकॉशन डोज का विकल्प दिया गया है।
देश में विलंब और विकास की दो विचारधाराएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे देश के लोग दो विचारधाराओं को देख रहे हैं। एक विचारधारा विलंब की है और दूसरी विकास की। विलंब की विचारधारा के लोगों ने पहाड़ के लोगों की कभी परवाह नहीं की। विलंब की विचारधारा के लोगों ने हिमाचल को दशकों तक इंतजार करवाया।
अटल टनल बनाने के लिए दशकों का विलंब हुआ। रेणुकाजी परियोजना में भी तीन दशक का विलंब हुआ। हमने केवल विकास को प्राथमिकता दी। हम सड़कों को चौड़ा कर रहे हैं, रोप-वे लगवा रहे हैं, दूर-दराज के गावों को सड़कों से जोड़ रहे हैं।
पीएम ने गिनवाए डबल इंजन की सरकार के काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते चार साल में डबल इंजन की सरकार ने जिस तरह से काम किया है उससे हमारी बहनों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज घर-घर गैस सिलेंडर पहुंचा है, घर-घर शौचालय है। पानी के लिए हमारी माताओं-बहनों को कितनी मेहनत करनी पड़ती थी यह सभी जानते हैं।
आज सरकार खुद पानी का कनेक्शन देने के लिए घर-द्वार दस्तक दे रही है। सात दशक में जहां सात लाख लोगों को पानी मिला वहीं हमने दो साल के भीतर सात लाख घरों में पानी पहुंचाने का काम किया। अब 90 फीसदी आबादी के पास नल से जल की सुविधा है। डबल इंजन सरकार का यही काम है।
केंद्र सरकार का एक इंजन एक योजना को शुरू करता है तो डबल इंजन सरकार का दूसरा इंजन उसे और आगे लेकर जाता है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना-हिमकेयर योजना और उज्ज्वला-गृहिणी सुविधा योजना का उदाहरण दिया।
पीएम ने कहा कि हिमाचल वीरों की धरती है, यहां के घर-घर में देश की रक्षा करने वाले वीर बेटे-बेटियां हैं। हमारी सरकार ने फौजियों-पूर्व फौजियों के लिए जो निर्णय लिए हैं, उसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के लोगों को हुआ है। वन रैंक-वन पेंशन का दशकों से लटका हुआ फैसला विलंब वाला फैसला, जरूरी साधन हो या अन्य निर्णय इसका लाभ हिमाचल के घर-घर तक पहुंच रहा है।
पर्यटन और तीर्थाटन में हिमाचल का मुकाबला नहीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज पर्यटन और तीर्थाटन आपस में जुड़ते चले जा रहे हैं। पर्यटन और तीर्थाटन में हिमाचल का जो सामर्थ्य है उसका कोई मुकाबला नहीं है। हिमाचल शिव और शक्ति का स्थान है। पंच कैलाश में से तीन कैलाश हिमाचल में हैं और कई शक्तिपीठ भी हिमाचल में हैं।
बौद्ध आस्था और संस्कृति का भी अहम स्थान यहां मौजूद है। डबल इंजन की सरकार हिमाचल की इस ताकत को कई गुणा बढ़ाने वाली है। मंडी में शिव धाम का निर्माण इसी प्रतिबद्धता का परिणाम है।
आज जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तब हिमाचल भी पूर्ण राज्यत्व की स्वर्ण जयंती मना रहा है। यह हिमाचल के लिए नई संभावनाओं पर काम करने का समय है। हिमाचल ने हर राष्ट्रीय संकल्प की सिद्धी में अग्रणी भूमिका निभाई है। आने वाले समय में भी यह उत्साह जारी रहेगा।