शिमला। अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर इस वर्ष भी समर्थ कार्यक्रम के 13वें संस्करण का आयोजन 1 से 15 अक्टूबर तक किया जा रहा है।
समर्थ के अंतर्गत राज्य स्तर पर प्रदर्शनियों, कार्यशालाओं के अलावा जिला स्तर पर नुक्कड़ नाटक, मेमोरी वाक सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि ग्रामीण स्तर पर लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 2 अक्तूबर को आयोजित होने वाली ग्राम सभा में मानसून से संबंधित आपदा से निपटने और भूस्खलन, भूकंप, आग, हवा आदि जैसे खतरों से निपटने के लिए सुरक्षित समाधानों को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समर्थ-2023 के अंतर्गत शिक्षण संस्थानों में 13 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे भू-स्खलन, भूकम्प, आगजनी, फ्लैश फ्लड जैसे खतरों से निपटने के लिए मॉकड्रिल आयोजित की जाएगी। इसके अतिरिक्त 1 से 9 अक्तूबर तक आपदा जागरूकता संबंधी नारा लेखन, प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग और पोस्टर बनाना इत्यादि प्रतियोगिताए आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं के अतिरिक्त एचपीएसडीएमए द्वारा शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर 12 से 14 अक्टूबर तक एक प्रदर्शनी का आयोजन करवाया जाएगा। प्रदर्शनी में प्राधिकरण की विभिन्न नवाचार, सूचना, शिक्षा एवं सम्प्रेषण गतिविधियां, बचाव उपकरणों और आपदा प्रबंधन से संबंधित आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम के दौरान सीपीआर तकनीक, अग्निशमन यंत्र के उपयोग इत्यादि विभिन्न जीवन रक्षक तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ने स्कूलों को स्कूल आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार करने में मदद करने के लिए स्कूल सेफ्टी मोबाइल ऐप भी विकसित किया है। मोबाइल ऐप का उद्देश्य है मॉकड्रिल के संचालन सहित स्कूल स्तर पर आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी गतिविधियों के दस्तावेज तैयार करना और कमियों की पहचान कर उनमें सुधार की सम्भावनाओं को बताना है।
इस पहल का लक्ष्य 13 अक्तूबर तक मोबाइल ऐप के माध्यम से आपदा प्रबन्धन योजना की तैयारी का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना है। स्कूल सेफ्टी मोबाइल ऐप एंड्राइड और आईओएस दोनों प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि स्कूल आपदा प्रबंधन योजना तैयार करने में भागीदारी और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्कूल आपदा प्रबंधन योजना को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
इसके अंतर्गत शीर्ष प्रविष्टि को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा और अगली 3 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों प्रत्येक को 50,000 रुपये और 6 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों प्रत्येक को 30,000 रुपये नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
शैक्षणिक संस्थानों द्वारा इस पुरस्कार राशि का उपयोग स्कूलों के मौजूदा आपदा प्रबंधन ढांचे के सुदृढ़ीकरण के लिए किया जाएगा।
विजेताओं को शिमला में 12 अक्तूबर को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। प्राधिकरण द्वारा केवल 30 सितम्बर, 2023 तक स्कूलों द्वारा तैयार की गई आपदा प्रबंधन योजनाओं को पुरस्कार के लिए शामिल किया जाएगा।
शैक्षणिक संस्थान किसी भी प्रकार की सहायता के लिए आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ विजय कुमार से मोबाइल नंबर 9459255230 पर संपर्क कर सकते हैं।