शिमला। हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार अवतार एनगिल का पांच अप्रैल को अमेरिका में दुखद निधन हो गया। 82 वर्षीय अवतार एनगिल हिमाचल प्रदेश के शिमला के निवासी थे लेकिन पिछले कुछ वर्षो से वो अपने पुत्रों के साथ कनाडा में रह रहे थे।
अवतार एनगिल को हिमाचल कला भाषा अकादमी अवार्ड से दो बार 1986 और 2001 में सम्मानित किया गया था। उनके हिन्दी कविता संग्रहों में सूर्य से सूर्य तक, मनखान आएगा, अंधे कहार, तीन डग कविता, एक और दिन और बाघ की वापसी प्रमुख हैं।
इसके अतिरिक्त उन्होंने अनेक अनुवाद किये हैं और उनका इक सी परी शीर्षक से पंजाबी कहानी संग्रह भी प्रकाशित हुआ है।
उनके निधन के बाद वो अपनी पत्नी मनमोहन कौर और दो पुत्रों इन्देश्वर एवं मंदीप को छोड़ गए हैं। अवतार एनगिल के अकस्मात निधन की खबर से देश भर के साहित्य जगत में विशेषकर हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर है।
हिमाचल प्रदेश के साहित्यकारों, वरयाम सिंह, तुलसी रमण, अनूप सेठी, द्विजेन्द्र द्विज, मोहन साहिल, प्रकाश बादल, रोशन जसवाल सहित अनेक साहित्य कारों ने उनके निधन पर शोक वक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यकत की है।