शिमला। भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक सुधीर शर्मा ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को स्थानीय लोगों की आजीविका से जोड़ने की बजाय कांग्रेस की सरकार हिमाचल आन सेल के लिए बाजार सजाने लग पड़ी है।
पहले यह बाजार दुबई में सजाया गया और पालमपुर की बेशकीमती जमीन को निजी हाथों में देने की योजना बनाई गई। लेकिन जब विरोध हुआ तो यह मामला थोड़ा थम गया। अब फिर से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्यटन विभाग के चेयरमैन और अधिकारियों की फौज से साथ चंडीगढ़ से एक बड़े होटल में यह बाजार सजाया है।
उन्होंने बताया कि एशियन डिवेल्पमेंट बैंक से लोन लेकर सरकार प्रदेश में बड़े-बड़े होट्लस बनाने जा रही है जिसे सरकार अपने चहेतों को न्यूनतम दामों पर लंबी अवधि के लिए पहले ही सौंपने की तैयारी कर रही है। जबकि एडीबी द्वारा अभी तक राज्य सरकार के साथ लोन एग्रीमेंट साईन तक नहीं किया गया है।
सुधीर शर्मा ने कहा कि मित्रों की यह सरकार सब कुछ औने-पौने दामों पर चहेतों को सौंपने की तैयारी कर रही है। क्या हिमाचली बेरोजगार युवक सरकार की ऐसी दरियादिली वाली योजनाओं के काबिल नहीं हैं। सरकार क्यों नहीं छोटी-छोटी पर्यटन इकाईयां बनाकर राज्य के बेरोजगारों को लंबी अवधि की लीज पर दे देती।
उन्होंने कहा कि हिमाचल का पर्यटन विकास निगम लगभग 140 करोड़ के घाटे पर चल रहा है और सरकार निगम के नए होटल बनाने जा रही है। जिस पर राज्य सरकार अपना पैसा खर्च कर रही है।
वहीं दूसरी ओर एडीबी से लोन लेकर बड़े होटल बनाकर सरकार निजी क्षेत्र के अपने चहेते लोगों को देने की तैयारी कर रही है। इसमें बहुत बड़े घोटाले की बू आ रही है। जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि एडीबी सहित कुल 6 विभागों के कार्यालय जिस भवन में चल रहे हैं। सरकार वहां पर एक कल्ब बनाना चाहती है। जबकि वहां पर चल रहे सभी कार्यालयों को मित्रमंडली के निजी भवनों में शिफ्ट करने की तैयारी सरकार कर चुकी है।
सरकारी खजाने से हर माह मित्रमंडली को 20 लाख रूपये से ज्यादा किराया देने की कोशिश भी हो रही है। सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल को बेचने की जो कोशिश सुक्खू सरकार द्वारा की जा रही है, भाजपा उसका न केवल विरोध करेगी बल्कि राज्य के बेरोजगारों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।