ग्रहों की शांति के लिए करें यह उपाय

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आज का हिन्दू पंचांग

दिनांक – 11 मार्च 2022

दिन – शुक्रवार

विक्रम संवत – 2078

शक संवत -1943

अयन – उत्तरायण

ऋतु – वसंत ऋतु

मास – फाल्गुन

पक्ष – शुक्ल

तिथि – नवमी पूर्ण रात्रि तक

नक्षत्र – मॄगशिरा दोपहर 02:36 तक तत्पश्चात आर्द्रा

योग – आयुष्मान् 12 मार्च रात्रि 03:11 तक तत्पश्चात सौभाग्य

राहुकाल – सुबह 11:19 से दोपहर 12:49 तक

सूर्योदय – 06:52

सूर्यास्त – 18:45

दिशाशूल – पश्चिम दिशा में

व्रत पर्व विवरण – नवमी वृद्धि तिथि

विशेष –

नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

पति की आयु लम्बी हो इसलिए 2 बातें

शाम को सूरज जब अस्त होता है तो उस समय सुहागन देवियों को अपना सिर ढ़क के रखना चाहिए।

सुहागन देवियों को ज्यादा उपवास नहीं करने चाहिए।

ज्योतिष शास्त्र

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,फाल्गुन मास की पूर्णिमा (17 मार्च,गुरुवार) को किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं। आज हम आपको होली पर किए जाने वाले कुछ साधारण उपाय बता रहे हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं-

धन लाभ का उपाय

होलिका दहन से पहले जब गड्ढा खोदें, तो सबसे पहले उसमें थोड़ी चांदी,पीतल व लोहा दबा दें। यह तीनों धातु सिर्फ इतनी मात्रा में होनी चाहिए, जिससे आपकी मध्यमा उंगली के नाप का छल्ला बन सके।

इसके बाद विधि-विधान से दाण्डा रोपे। जब आप होलिका पूजन को जाएं,तो पान के एक पत्ते पर कपूर,थोड़ी-सी हवन सामग्री,शुद्ध घी में डुबोया लौंग का जोड़ा तथा बताशे रखें।

दूसरे पान के पत्ते से उस पत्ते को ढक दें और 7 बार होलिका की परिक्रमा करते हुए ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें।

परिक्रमा समाप्त होने पर सारी सामग्री होलिका में अर्पित कर दें तथा पूजन के बाद प्रणाम करके घर वापस आ जाएं। अगले दिन पान के पत्ते वाली सारी नई सामग्री ले जाकर पुन:यही क्रिया करें। जो धातुएं आपने दबाई हैं, उनको निकाल लाएं।

फिर किसी सुनार से तीनों धातुओं को मिलाकर अपनी मध्यमा उंगली के माप का छल्ला बनवा लें। 15 दिन बाद आने वाले शुक्ल पक्ष के गुरुवार को छल्ला धारण कर लें। इस उपाय से धन लाभ के योग बन सकते हैं।

ग्रहों की शांति के लिए उपाय

होलिका दहन की रात उत्तर दिशा में बाजोट (पटिए) पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल की ढेरी बनाएं। अब उस पर नवग्रह यंत्र स्थापित करें।

उस पर केसर का तिलक करें, घी का दीपक लगाएं एवं नीचे लिखे मंत्र का जप करें। जप स्फटिक की माला से करें। जप पूरा होने पर यंत्र को पूजा स्थान पर स्थापित करें, ग्रह अनुकूल होने लगेंगे।

मंत्र- ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।

गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।

बिजनेस में सफल होने का उपाय

एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में गेहूं के आसन पर स्थापित करें और सिंदूर का तिलक करें। अब मूंगे की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। 21 माला जप होने पर इस पोटली को दुकान में ऐसे स्थान पर टांग दें, जहां ग्राहकों की नजर इस पर पड़ती रहे। इससे व्यापार में सफलता मिलने के योग बन सकते हैं।

शीघ्र विवाह के लिए उपाय

होली की सुबह एक साबूत पान पर साबुत सुपारी एवं हल्दी की गांठ शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा पीछे पलटे बगैर अपने घर आ जाएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं।

रोग नाश के लिए उपाय

अगर आप किसी बीमारी से परेशान हैं, तो इसके लिए भी होली की रात को खास उपाय करने से आपकी बीमारी दूर हो सकती है। होली की रात आप नीचे लिखे मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें। इससे आपकी परेशानी दूर हो सकती है।

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