शिमला। अखिल भारतीय सारस्वत परिषद के महानिदेशक और राष्ट्रीय संयोजक डॉ विवेकानंद तिवारी ने गौरव शर्मा को संगठन का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने की घोषणा की है। यह नियुक्ति भारत के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस राष्ट्रवादी संगठन को और सशक्त बनाएगी।
अखिल भारतीय सारस्वत परिषद एक राष्ट्रवादी संस्था है, जो राष्ट्र की समृद्धि और एकता के लिए कार्यरत है। इस संस्था का उद्देश्य न केवल समाज के सर्वांगीण उत्थान को प्रेरित करना है, बल्कि यह भारत की महान संस्कृति, शिक्षा, और सामाजिक मूल्यों को सशक्त बनाने में भी सक्रिय है।
यह संस्था देश की महान विभूतियों से जुड़ी हुई है, जिनमें भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय अधिकारी शामिल हैं।
इन महान व्यक्तित्वों के साथ जुड़ी यह संस्था देशवासियों को जागरूक करने, राष्ट्र के समग्र विकास के लिए काम करने और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
संस्था का विश्वास है कि व्यक्ति, परिवार, और समाज का सर्वांगीण विकास ही राष्ट्र को परमवैभव की ओर ले जा सकता है। गौरव शर्मा, जो पूर्व पार्षद रह चुके हैं, अब इस प्रतिष्ठित संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे।
उनका कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण भारत होगा, और उन्हें संस्था को सुदृढ़ एवं उन्नत बनाने के लिए सभी आवश्यक दायित्वों का निर्वहन करना होगा।
डॉ विवेकानंद तिवारी ने गौरव शर्मा को उनके इस नए दायित्व के लिए शुभकामनाएं दी और विश्वास व्यक्त किया कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाते हुए संस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
श्री गौरव शर्मा हिमाचल प्रदेश के सामाजिक कार्यो के पर्याय है।
21 वर्ष की आयु में वे शिमला के पार्षद रहे। उन्होनें 2012 में विधानसभा का चुनाव भी लड़ा है और बाल्य काल से स्वयंसेवक है।
इनके कार्यो को ध्यान में रखते हुए अनेक संस्थाओं इन्हें समय समय पर सम्मानित भी किया है, इतना ही नहीं अनेक राष्ट्रीय/ अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के मार्गदर्शक के रुप में अपनी सेवाए दे रहे हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के समाचार से शिमला के प्रबुद्ध लोगों ने प्रसन्नता जाहिर की है।