कुल्लू। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू जिला के मौहल में आयोजित एक शाम कुल्लू के कर्मचारियों के नाम, कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को लागू करने में कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका के दृष्टिगत उनके हितों की रक्षा को अपना दायित्व समझते हुए राज्य सरकार कर्मचारियों की उचित मांगों को पूरा करने के लिए सदैव तत्पर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश हित ही सर्वोपरि होना चाहिए और सौहार्दपूर्ण रवैये और आपसी सहयोग से काम करने से ही प्रदेश की प्रगति सुनिश्चित होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने गत साढ़े चार सालों के दौरान कर्मचारियों के दशकों से लम्बित मामले सुलझाए हैं जिससे उन्हें आशातीत राहत मिली हैै। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संशोधित वेतनमान और पेंशन के माध्यम से कर्मचारियों और पेंशनरों को 3500 करोड़ रुपये के लाभ प्रदान किए हैं।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और पेंशनरों को पहली जनवरी 2016 से संशोधित वेतनमान के एरियर की पहली किश्त जारी करने की घोषणा की है जिससे प्रदेश के लगभग 2.25 लाख कर्मचारी और 1.90 लाख पेंशनरों को एक हजार करोड़ रुपये के लाभ प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग में जिला परिषद कैडर के तहत कार्यरत 4000 कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 12 वर्ष तक निरंतर सेवाएं देने वाले पंचायत चौकीदारों को दैनिक वेतनभोगी बनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अनुबंध कर्मचारियों के नियमितीकरण की अवधि तीन वर्ष से घटाकर दो वर्ष की है। सरकार द्वारा उच्च वेतनमान के लाभ से वंचित रहे विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को भी अन्य कर्मचारियों के समान उच्च वेतन प्रदान करने का निर्णय लिया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दिहाड़िदारों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनकी दिहाड़ी में 140 रुपये की बढ़ोतरी की है। वर्ष 2017 में दिहाड़ी 210 रुपये थी जिसे वर्तमान प्रदेश सरकार ने बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया है।
इसी तरह अन्य वर्गों को भी वेतन में समुचित लाभ प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के पेंशनभोगियों को भी संशोधित पेंशन प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल ही में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कर्मचारियों के लिए हाउस बिल्ंिडग एडवांस की दरों, पात्रता और अधिकतम सीमा में संशोधन को भी मंजूरी प्रदान की है।
हाउस बिल्डिंग एडवांस की अधिकतम सीमा अब मूल वेतन की 25 गुना कर दी गई है। सरकार द्वारा नियमित कर्मचारी और अनुबंध कर्मचारियों की अकस्मात मृत्यु होने की स्थिति में उसके परिवार को दी जाने वाली अनुग्रह राशि में भी बढ़ोतरी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने कर्मचारियों को 1 जनवरी, 2016 से संशोधित वेतनमान प्रदान किया है। इससे प्रत्येक कर्मचारी के वेतन में औसतन 12 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के एक लाख से अधिक एनपीएस कर्मचारियों को लाभान्वित करने के लिए एनपीएस के अंशदान को दस प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया गया है।
एनपीएस कर्मचारियों को भी ओपीएस कर्मचारियों के समान डेथ कम रिटायरमेंट ग्रेच्युटी के लाभ प्रदान किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने ग्रेच्युटी की ऊपरी सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये किया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों का कल्याण सुनिश्चित करने को हमेशा ही प्राथमिकता दी है। भविष्य में भी सरकार कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर प्राथमिकता के आधार पर इन्हें हल करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कर्मचारियों के लिए निर्मित की जाने वाली हाउसिंग कॉलोनी के लिए डेढ़ करोड़ रुपये तथा एनजीओ भवन कुल्लू में विश्राम गृह बनाने के लिए 25 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में कर्मचारियों के महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए उनकी शिकायतें व मांगें सरकार की प्राथमिकता में रही हैं।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसी भी कर्मचारी के साथ भेदभाव नहीं किया गया और सबके लिए सहयोग की भावना से कार्य करना ही भाजपा की संस्कृति है।