शिमला। आप अगर दूध की थैली का कोना काट देते हैं, तो ये पर्यावरण के अनुकूल नहीं है।
अगर हम सब दूध के पैकेट के थैले को बिना अलग किए काटें, तो हम लाखों प्लास्टिक के टुकड़ों को बायोडिग्रेडेबल कचरे में जाने से रोक सकते हैं।
छोटे टुकड़ों को पुनर्चक्रित नहीं किया जा सकता।