शिमला। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा ने कहा है कि वर्तमान समय में न्यायपालिका दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के रास्ते की बाधाएं दूर कर दी जाएं तो उन्हें ऊंचाई छूने से कोई नहीं रोक सकता। उनका कहना था दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को उभरने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए।
उमंग फाउंडेशन के ट्रस्टी विनोद योगाचार्य ने बताया कि न्यायमूर्ति कुकरेजा आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के फैकल्टी हाउस में फाउंडेशन एवं डिसेबल्ड स्टूडेंट्स एंड यूथ एसोसिएशन से जुड़े दिव्यांग एवं अन्य विद्यार्थियों द्वारा आयोजित दिव्यांगता एवं मानवाधिकार विषय पर संगोष्ठी में बोल रहे थे।
विश्वविद्यालय से प्रो अजय श्रीवास्तव की सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के एडवोकेट जनरल अनूप रतन ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल और एचएफआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वनीत जिस्टू विशिष्ट अतिथि थे।
प्रदेश के एडवोकेट जनरल अनूप रतन ने कहा क मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अत्यंत संवेदनशील है और वह दिव्यांगों की समस्याओं को भी प्राथमिकता से सुलझाएंगे। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की पैरवी मुख्यमंत्री के सामने वह खुद करेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे। अब दिव्यांगों को हाई कर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा।
कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल ने कहा के प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने न सिर्फ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय बल्कि संपूर्ण प्रदेश में दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए जो कार्य किए वह अपने आप में मिसाल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रोफेसर श्रीवास्तव के प्रयासों का परिणाम है कि आज विश्वविद्यालय में दिव्यांग विद्यार्थी निशुल्क शिक्षा प्राप्त कर के उच्च पदों पर भी आसीन हो रहे हैं। प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सिर्फ अपना दायित्व निभाया है और उनसे बहुत कुछ सीखा भी है।
इस अवसर पर दिव्यांग विद्यार्थियों ने प्रो अजय श्रीवास्तव और उमंग फाउंडेशन से जुड़े अपने भावपूर्ण अनुभव साझा किए। इनमें हाल ही में सहायक प्रोफेसर के पद पर चुनी गई मुस्कान नेगी और प्रतिभा ठाकुर के अलावा सवीन जहां अंजना कुमारी, संगीता, मुकेश कुमार, सवीना जहां, विनोद योगाचार्य, अमृता नेगी, दीक्षा वशिष्ठ, श्वेता शर्मा, ऋतु वर्मा एवं कई अन्य विद्यार्थी शामिल थे।
कार्यक्रम में मुस्कान नेगी, श्वेता शर्मा, शिवानी अत्री, मोनिका और नमन ने गीत प्रस्तुत किए और सभी ने पहाड़ी नाटी डाली। कार्यक्रम में उमंग फाउंडेशन एवं डीएसवाईए से जुड़े 50 से अधिक दिव्यांग एवं अन्य विद्यार्थी शामिल हुए।