दिल्ली से बाहर एम्स की स्थापना करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना : नड्डा

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एम्स बिलासपुर में ओपीडी सुविधा का शुभारंभ

हिमाचल ने पात्र लक्षित आबादी का शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य किया हासिल

शिमला/ बिलासपुर। राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य, रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जिला बिलासपुर के एम्स कोठीपुरा में ओपीडी जनता को समर्पित की। एम्स बिलासपुर के डाॅ कपिल शर्मा ने इस प्रतिष्ठित संस्थान की पहली ओपीडी मरीज जिला कुल्लू की रेखा का ईलाज भी किया।

राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि आगामी छः महीनों के भीतर एम्स बिलासपुर को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा और क्षेत्र के लोगों के साथ प्रदेश के लोगों को राज्य में ही अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

वे आज बिलासपुर में राज्य की लक्षित पात्र आबादी के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के ऐतिहासिक अवसर पर कोविड टीकाकरण के अन्तर्गत कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि दिल्ली से बाहर एम्स की स्थापना करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक परिकल्पना थी, क्योंकि वर्ष 1960 में दिल्ली में पहला एम्स स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 22 एम्स स्थापित किए जा रहे हैं और यह सब प्रधानमंत्री के प्रयासों से सम्भव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि इस संस्थान की आधारशिला प्रधानमंत्री द्वारा लगभग तीन वर्ष पहले रखी गई थी। इस संस्थान को एक वर्ष पूर्व पूरा कर लिया जाता, परन्तु कोरोना महामारी के कारण इस संस्थान के कार्य की गति प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊना जि़ला को पीजीआई चंडीगढ़ का 500 करोड़ रुपये का सैटेलाइट सेन्टर मिला है।

राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अमेरिका जैसे उन्नत राष्ट्र भी इस महामारी से निपटने में विफल रहे हैं, जबकि 130 करोड़ आबादी वाला देश भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर इस महामारी को रोकने में सफल हुआ है।

उन्होंने कहा कि देश में अब तक 127 करोड़ टीकाकरण की खुराकें दी जा चुकी हैं और विश्व के लगभग 50 देशों को वैक्सीनेशन आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए राज्य सरकार, चिकित्सकों, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मियांें को बधाई दी क्योंकि उनके समर्पण और प्रतिबद्धता के कारण ही हिमाचल, टीकाकरण में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है।

जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम नेतृत्व के कारण यह सम्भव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि राज्य को देश का आदर्श राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने समर्पण भाव से कार्य किया है। उन्होंने भाजपा की सरकारों को प्रदेश के विकास का श्रेय दिया।

उन्होंने कहा कि कोलडेम, अटल सुरंग और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है और उनकी सोच और सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे हैं।

उन्होंने कोविड टीकाकरण में कार्यरत चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इस अवसर पर सम्मानित किया।

राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ राजीव सैजल ने इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य एंव राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केन्द्रीय स्वास्थ्य, रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्यिों का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य के सक्षम और प्रतिबद्ध नेतृत्व के कारण ही देश और राज्य इस महामारी से सफलतापूर्वक निपट पाए हैं।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य ने लक्षित पात्र आयु वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में देश का पहला राज्य होने का यह गौरव हासिल किया है।

उन्होंने कहा कि तमाम बाधाओं के बावजूद राज्य ने यह उपलब्धि हासिल की है जिसकी प्रधानमंत्री ने सराहना की है।

उन्होंने कहा कि पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पंचायती राज विभाग के माध्यम से विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया जिसके तहत हर घर का सर्वेक्षण कर पात्र व्यक्यिों की सूची तैयार की गयी।

उन्होंने कहा कि दिव्यांग व बुजुर्ग व्यक्तियों का मोबाइल दल तथा घर-घर टीकाकरण के माध्यम से टीकाकरण सुनिश्चित किया गया।

उन्होंने कहा कि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों और जनजातीय क्षेत्रों में पूर्ण टीकाकरण पहले पूरा किया गया और जिला किन्नौर सभी पात्र व्यस्कों को कोरोना की दूसरी खुराक देने वाला पूरे देश में पहला जिला बना।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों की सुविधा के लिए उनकी सुविधा के अनुसार और उनके कार्यस्थल पर जाकर भी टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए।

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