काजा। राज्य स्तरीय लादरचा मेला मेले का शुभारंभ बड़ी धूमधाम से बुधवार को किया गया। मेले का शुभारंभ शोभा यात्रा के साथ हुआ। विधायक रवि ठाकुर ने मेले के पहले दिन बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। वहीं ताबो मठ के धर्मगुरू सरकॉंग रिन्पोछे ने बतौर विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की।
काजा गोंपा से लादरचा मेला ग्राउंड तक शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा का शुभारंभ रवि ठाकुर ने गोंपा में पूजा अर्चना कर के किया। शोभा यात्रा में स्पिति के पांचों गोंपा से लामागण, चोमोगण, महिला मण्डल, सांस्कृतिक दल, पांरम्परिक वाद्य यंत्रों की धुनों के साथ चलेे। शोभा यात्रा के मेला ग्रांउड पहुंचने के बाद मुख्यातिथि रवि ठाकुर ने विभिन्न विभागों और महिला मंडलों के स्टॉलों का आवोलकन किया।
मुख्यातिथि रवि ठाकुर ने कहा कि लादरचा मेला सदियों पुराना है। तिब्बत लदाख के लोग इसमें बढ़ चढ़ पहले हिस्सा लिया करते थे। चिचिम गांव के साथ लगते लादरचा ग्राउंड में यह आयोजित किया जाता था। लेकिन धीरे धीरे विकास के साथ काजा में मेला मनाया जाने लगा।
स्पीति की संस्कृति ऐतिहासिक और सैंकड़ों वर्ष पुरानी है। आज भी यहां पर अपनी संस्कृति जीवित है। इस मेले के माध्यम से अपनी संस्कृति को दिखाने का एक बड़ा मंच यहां के लोगों को मिलता है। यहां आए हुए कलाकारों की प्रस्तुतियां बहुत ही शानदार रही है।
उन्होंने कहा कि स्पिति में विकास के लिए प्रदेश सरकार हर संभव सहायता दे रही है। जब से प्रदेश में नई सरकार बनी है स्पीति में विकास कार्य तीव्र गति से हो रहे हैं।
ताबो मठ के धर्मगुरू सरकॉंग रिन्पोछें ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता पर गर्व करना चाहिए। युवा पीढ़़ी को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक होना चाहिए। हमें मनोरंजन करना चाहिए लेकिन हुड़दंग नहीं मचाना चाहिए। स्पीति को सुंदर और स्वच्छ बनाए रखने लिए सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
किसान मेले का आयोजन
इसके साथ ही लदारचा मेले में किसान मेले का भी आयोजन किया गया। इसमें स्पिति के 7 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया।
लोबजंग गांव के क्यामो, दिमेत गटुक गांव सगनम, छेरिंग रोपतन गांव तेलिंग, ईशे डोलमा गांव लिदांग, छेतन दोरजे गांव क्याटो, तेजिंन डोमा गांव लोसर और उदय बौध गांव माने इसमें शामिल रहे। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी डा गगन प्रदीप ने भी भाषण दिया।