शिमला। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अंदर उच्च स्तर की अंतर्कलह चल रही है और कहीं ना कहीं ऐसा लगता है कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार और संगठन के अंदर तालमेल बैठ नहीं रहा है।
कांग्रेस सरकार और संगठन को छोड़कर हिमाचल प्रदेश में कई खेमे बन चुके हैं। अगर आप ध्यान से देखें तो कांग्रेस की अध्यक्षा प्रतिभा सिंह का बयान आता है कि कांग्रेस की सरकार और संगठन के अंदर तालमेल नहीं है। क्या यह हिमाचल प्रदेश में प्रतिशोध की राजनीति चल रही है? क्या वर्तमान सरकार के लोग राजा वीरभद्र जी के परिवार के साथ प्रतिशोध करने का प्रयास कर रहे हैं?
अंतर्कला इस चरमसीमा पर पहुँच चुकी है कि कभी इनके नेता सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, प्रतिभा सिंह, कुलदीप राठौर अपनी ही सरकार के खिलाफ़ मोर्चाबंदी करते हैं।
इससे साफ नजर आता है कि सरकार और संगठन के अंदर कोई तालमेल नहीं है। जो पार्टी अपनी अंतर्कला नहीं रोक सकती वो जनता के दुख क्या जानेगी।
सुजानपुर के विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने रविवार को एक बार फिर सियासी तीर छोड़ा था। इस बार राणा ने बिना चुनाव लड़े सरकार में कैबिनेट रैंक पाने वालों पर निशाना साधने के साथ-साथ अपने मन के उबाल को भी बाहर निकाला।
राणा ने कहा कि मौजूदा सरकार में ऐसे हालत बनते जा रहे हैं कि बिना चुनाव लड़े कैबिनेट रैंक पाने वाले नेता अब चुने हुए विधायकों पर हावी होने लगे हैं। आज कांग्रेस में बहुत से कार्यकर्ता नाराज चल रहे हैं।
इससे पूर्व में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने जनजातीय क्षेत्रों किन्नौर, लाहुल स्पीति के दुर्गम इलाको में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रदेश सरकार से इन क्षेत्रों में कर्मचारियों के रिक्त पदों को तुरंत भरने को कहा है।
उन्होंने बर्फबारी से पहले इन क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा है। प्रतिभा ने माना था कि उधर स्कूलों में भी कई जगह अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं।
इतना सब कुछ होने के बाद भी प्रदेश सरकार ने कुछ भी नहीं किया।