शिमला। राजस्थान के बाद लंपी वायरस ने हिमाचल प्रदेश में बड़ी तीव्र गति से अपने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं। इस वायरस की चपेट में आने से प्रदेश में लगभग 1700 गोवंश की मृत्यु दर्ज की गई है। चुनावी वर्ष में इस बीमारी पर भी राजनीति गरमाना शुरू हो गयी है।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए भाजपा मीडिया सह प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि कांग्रेस लंपी वायरस पूरे भारतवर्ष में फैली है और उसके ऊपर कांग्रेस राजनीति का तांडव कर रही है। उनके वक्ता जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
कोविड महामारी के दौरान भी कांग्रेस ने इसी प्रकार की राजनीति की थी, जबकि भाजपा सरकार ने अपना उत्तरदायित्व निभाते हुए इसके तत्काल प्रभाव से टीम का गठन करते हुए 18 अगस्त को अधिसूचना जारी कर दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 44,000 के लगभग पशु इस रोग से ग्रस्त थे। परंतु अब तक 14,820 पशु इस रोग से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश सरकार द्वारा 1,21,080 गायों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
सरकार के आंकड़े कांग्रेस को नजर नही आ रहे हैं जबकि इसके विपरीत वह मनघड़ंत आंकड़े पेश कर रही है। बाहर से आये कांग्रेस नेता टिपणियां करते हैं कि सरकार लंपी वायरस का प्रकोप देख नही पा रही जबकि अगर राजस्थान में देखें तो यह आपदा बना है और सबसे अधिक पशुओं की मृत्यु वहां हुई है।
प्रदेश में सरकार ने जहां अन्य आपदाओं में कार्य किया है वही इसमें भी जीत दर्ज करेगी।