हमीरपुर। पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार तीन सीटों के उपचुनाव में झूठ, फरेब और दबाव की राजनीति का सहारा लेकर सत्ता के खौफ से आम मतदाता को डराने की कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार के मुखिया का तानाशाही रवैया ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है।
आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा की विचारधारा वाले छोटे-छोटे रेहड़ी फड़ी वालों को भी अलग-अलग विभागों का खौफ दिखाकर डराने धमकाने का सिलसिला हमीरपुर में चल रहा है।
लोकतांत्रिक परंपराओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और सत्ता का चाबुक दिखाकर आम आदमी पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा हमीरपुर में भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा का समाज सेवा का इतिहास रहा है और अपनी जेब से पैसा खर्च करके वह जरूरतमंद लोगों के मददगार बनते आए हैं लेकिन उन पर भी झूठे केस बनाकर उन्हें प्रताड़ित करने का सरकार प्रयास कर रही है और भाजपा की विचारधारा वाले आम आदमी को भी सत्ता के चाबुक से डराया धमकाया जा रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि देहरा विधानसभा क्षेत्र में झूठ की राजनीति का सहारा लेकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है और झूठी रिश्तेदारियों तक का हवाला दिया जा रहा है परंतु लोग सच्चाई जानते हैं। इसलिए झूठा, दबाव और फरेब की राजनीति की दाल ज्यादा दिन गलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि देहरा में मतदाता धरतीपुत्र होशियार सिंह को ही सपोर्ट करेंगे और किसी बाहरी प्रत्याशी नहीं आजमाएंगे।
राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश की जनता को सुशासन दिया होता और चुनावी वायदे पूरे किए होते तो इन चुनावों में उन्हें गली-गली की खाक छानने की जरूरत नहीं पड़ती।
राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के तानाशाही रवैये से कांग्रेस के भीतर विद्रोह का लावा फटने वाला है और मुख्यमंत्री ज्यादा दिन तक अपनी कुर्सी को सलामत नहीं रख पाएंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के रवैये से बहुत से कांग्रेस के विधायक परेशान हैं।
उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती की आवाज साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने हर वर्ग के साथ वादा खिलाफी की है और केवल छलकपट का सहारा इन 15 महीनो में लिया है। यही वजह है कि हर वर्ग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।