चार वर्षों में भाजपा ने की जिला शिमला की अनदेखी : रोहित ठाकुर

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शिमला। भाजपा अच्छे दिन के वायदे कर सत्ता में आई और अब अच्छे दिन के वायदे ही भूल गई। यह बात वरिष्ठ नेता व नैना देवी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर ने शराचली क्षेत्र के गारली, झडा़शली, झगटान, ठाणा, ढाडी में उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर के पक्ष में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में महँगाई, बेरोजगारी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। केंद्रीय सड़क एवम परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले वर्ष 2015 में प्रदेश में 69 राष्ट्रीय राजमार्ग की घोषणा की थी जिसमें जुब्बल नावर कोटखाई के 5 राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल थे जो कि 6 साल बीत जाने के बाद भी जुमला साबित हुए हैं।

रामलाल ठाकुर ने कहा कि जुब्बल नावर कोटखाई ने प्रदेश का लम्बे समय तक नेतृत्व किया हैं। प्रदेश के दो विकासपुरुषों पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल और पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के आशीर्वाद और पदचिन्हों पर चलते हुए रोहित ठाकुर ने जनता के आशीर्वाद से जुब्बल नावर कोटखाई में विकास की धारा को आगे बढ़ाने का कार्य किया हैं।

उन्होंने जनता से रोहित ठाकुर को भारी मतों से जीताकर विधानसभा भेजने की अपील की ।

रोहित ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल में जिला शिमला की हर क्षेत्र में घोर अनदेखी हुई है। सड़कों के निर्माण के लिए CRF के तहत प्रदेश को ₹941 करोड़ मिले जिसमें जिला शिमला को मात्र ₹8.37 करोड़ जबकि मंडी जिला में मुख्यतः धर्मपुर और सिराज को ₹509 करोड़ आबंटित हुए।

जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्षों में प्रदेश को ₹938 करोड़ की राशि प्राप्त हुई जिसमें से धर्मपुर और सिराज विधानसभा क्षेत्र को 444 करोड रुपए आबंटित किए गए जबकि जिला शिमला में मात्र 16.5 करोड रुपए के टेंडर ही लग पाए।

इसी तरह वर्ल्ड बैंक फेस 2 के तहत प्रदेश को ₹770 करोड रुपए प्राप्त हुए जिसमें जिला शिमला की एक भी सड़क नहीं डाली गई जो की भाजपा की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। रोहित ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल में जयराम सरकार की नकारात्मक मानसिकता के चलते जिला शिमला के कई स्वास्थ्य संस्थान बन्द किए गए।

भाजपा की क्षेत्रवाद की राजनीति के चलते बाग़वानी कॉलेज के नाम पर जिला शिमला और किन्नौर को निराशा मिली हैं। सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के कार्यकाल में नौणी विश्वविद्यालय के अधीन उनके विधानसभा क्षेत्र के नेरी में बाग़वानी कॉलेज खोला गया और अब दूसरा कॉलेज मुख्यमंत्री जयराम ने अपने विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में खोल दिया है।

बाग़वानी के क्षेत्र में प्रदेश के कुल उत्पादन का 70% सेब जिला शिमला और किन्नौर में उत्पादित होता है फ़िर भी भाजपा बाग़वानी कॉलेज को जिला शिमला-किन्नौर में नहीं खोलना चाहती जो कि बागवानों के प्रति भाजपा की क्षेत्रवाद की राजनीति को दर्शाता हैं।

रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के दो विकासपुरुषों जहां पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल का शराचली क्षेत्र से भावनात्मक रिश्ता रहा वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह का इस क्षेत्र से पारिवारिक संबंध था। दोनों नेताओं ने शराचली क्षेत्र के विकास में कोई कमी नही रखी।

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