शिमला/ चम्बा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज चंबा जिला के बचत भवन में अधिकारियों के साथ जिले में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार चंबा जिला की आवश्यकता और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जिला के कोविड रोगियों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट चिकित्सा अधोसंरचना सुनिश्चित करेगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में जिले में कुल 713 सक्रिय कोविड रोगियों में से केवल 68 रोगी अस्पताल में भर्ती हैं और अन्य होम आईसोलेशन में रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए जिले में बिस्तरों की क्षमता को 200 तक बढ़ाने को कहा है।
उन्होंने कहा कि इससे न केवल रोगियों को समयबद्ध उपचार उपलब्ध होगा बल्कि उन्हें उपचार के लिए अन्य जिलों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को राज्य को अतिरिक्त डी-टाईप सिलेंडर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि चंबा में पीएसए आक्सीजन प्लांट एक सप्ताह के भीतर क्रियाशील हो जाएगा जिससे जिले में आक्सीजन की मांग की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि सिलेंडरों के परिवहन के लिए आक्सीजन उत्पादन इकाइयों की जिलावार मैपिंग की जाएगी ताकि आवश्यकता पड़ने पर जिलों को निकटतम इकाई से आक्सीजन की आपूर्ति हो सके। उन्होंने कहा कि इससे न केवल परिवहन से मूल्यवान समय की बचत होगी बल्कि आक्सीजन की समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करेगी। इसके लिए आउटसोर्स के आधार पर तैनाती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चंबा को पर्याप्त स्टाफ और उपकरण प्रदान कर सुदृढ़ बनाया जाएगा। जिले के लोगों की सुविधा के लिए चिकित्सा महाविद्यालय में जल्द ही एमआरआई और सीटी स्कैन सुविधा प्रदान कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार होम आइसोलेशन तंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और लगभग 90 प्रतिशत कोविड-19 रोगियों को होम आइसोलेशन के अंतर्गत रखा गया है।
उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से होम आईसोलेशन में रह रहे रोगियों के स्वास्थ्य मापदंडों पर निरंतर निगरानी रखने का आग्रह किया ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तुरंत अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सके।
उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के चयनित प्रतिनिधियों से इन रोगियों की देखभाल के लिए अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने का भी आग्रह किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि जांच में तेजी और काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को इस वायरस के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
उन्होंने जिले में टीकाकरण अभियान को तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया।