हमीरपुर। मंडी संसदीय सीट व प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव में उतरी बीजेपी सरकार होने के बावजूद डरी सहमी लग रही है। सरकार का एक्ट और कंडक्ट बता रहा है कि उपचुनाव से सरकार बुरी तरह घबराई हुई है।
यह टिप्पणी फतेहपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रभारी व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से अधिकृत पर्यवेक्षक नियुक्त हुए सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में की है।
उन्होंने कहा कि जबरदस्त अंतर्कलह के बीच फतेहपुर, अर्की और जुब्बल में मचे कोहराम के बीच बीजेपी की नींदें हराम हो चुकी हैं।
राणा ने कहा कि फतेहपुर में बीजेपी का बड़ा धड़ा कृपाल परमार के नेतृत्व में बीजेपी के खिलाफ विद्रोह व विरोध का झंडा बुलंद किए हुए है। जिसके विरोध में यहां 40 से ज्यादा चुने हुए जनप्रतिनिधि भाजपा मंडल सहित इस्तीफा दे चुके हैं। जबकि अर्की को बीजेपी की आपसी रंजिश हल्की कर रही है।
अर्की में गोविंद शर्मा की लीडरशिप में वरिष्ठ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की मनमानी को लेकर मजा चखाने की सौगंध उठाई है। जुब्बल कोटखाई में चेतन बरागटा की रहनुमाई में बीजेपी की कुटाई का इंतजाम पुख्ता हो रहा है।
ऐसे में इन उपचुनावों में जहां बीजेपी को बीजेपी ही निपटाने का काम करेगी, वहीं वादा खिलाफी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी से तंग आ चुकी जनता इस मौके का इंतजार कर रही है।
आपसी आक्रोश व जनता के विरोध के चलते बीजेपी चुनाव शुरू होने से पहले ही चुनाव से बाहर हो रही है। राणा ने कहा कि फर्जी डिग्रियों के 20 हज़ार करोड़ से ज्यादा के ऊपर के घोटाले में दागदार हुई बीजेपी सरकार की छवि पर उपचुनाव में जनता हिसाब मांगेगी।
वहीं अपनों को बेगाना कर चुकी बीजेपी के अपने भी बीजेपी से ही हिसाब करेंगे। जबकि बेरोजगार, भ्रष्टाचार व आसमान छूती महंगाई पाताल की ओर जा रही आम आदमी की कमाई पर प्रदेश की जनता उपचुनावों में बीजेपी का हिसाब बराबर करेगी।
राणा ने कहा कि बीजेपी में उठी बगावत की चिंगारी व जनता का आक्रोश इन उपचुनावों में बीजेपी को औंधे मुंह उखाड़ फैंकेगा, यह तय है।