फतेहपुर/धर्मशाला। फतेहपुर उपचुनाव के कांग्रेस प्रभारी एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने अपने धुआंधार प्रचार से बीजेपी की नींदें हराम कर दी हैं।
राणा ने अपने अक्रामक चुनाव प्रचार में सीधे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के मुखिया कह रहे हैं कि उन्होंने कामों की झड़ी लगाई है। लेकिन फतेहपुर में तो इस कागजी झड़ी की एक बूंद भी कहीं नजर नहीं आई है।
फतेहपुर उपचुनाव में भवानी सिंह पठानिया के विजय रथ के सारथी बने राजेंद्र राणा जहां एक ओर चुनाव का रुख कांग्रेस के पक्ष में करने के भरपूर प्रयासों में हैं वहीं दूसरी ओर चुनावी रणनीति में माहिर राणा ने बीजेपी के खेमे में भी सेंध लगा रखी है।
टिकट आबंटन को लेकर बीजेपी से मुंह फुलाए कुछ लोग राजेंद्र राणा के संपर्क में हैं। राणा ने कहा कि फतेहपुर में बीजेपी की बगावत व भवानी सिंह पठानिया की शराफत चुनाव को एक तरफा कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी के वोट में राजन सुशांत की सेंधमारी के चलते बीजेपी यहां तीसरे नंबर पर रहे तो कोई ताजुब नहीं होगा। राणा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि सत्ता में तो जनाब तब आएंगे अगर उपचुनाव जीतेंगे।
बहरहाल तो उपचुनाव में ही बीजेपी को लाले पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री चार साल बीत जाने पर अब एक साल में करिश्मा करने के झूठे वायदे कर रहे हैं। वह पहले फतेहपुर की जनता को बताएं कि सत्ता के चार साल में फतेहपुर में विकास के नाम पर एक ईंट तक क्यों नहीं लगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस की चिंता न करें। वह अपने कुनबे को संभालें। क्योंकि सत्ता के चार साल बाद भी उनकी ही पार्टी के लोग उनके मुख्यमंत्रीत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। पिछले चार सालों में मुख्यमंत्री का अधिकांश समय कुर्सी बचाने में ही बीता है।
आलम यह है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी को कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी से खतरा बना हुआ है। विकास के नाम पर दिखाने व गिनाने को न मुख्यमंत्री के पास कुछ है, न बीजेपी के पास कुछ है। इसलिए चुनाव प्रचार में बीजेपी नेताओं के बेतुके बयान जारी हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी ने विकास करवाया होता तो मुख्यमंत्री को यूं गली-गली, गांव-गांव न घूमना पड़ता।
फतेहपुर का बच्चा-बच्चा जानता है कि फतेहपुर का विकास स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया की देन है और इसी विकास के भरोसे को भवानी सिंह आगे बढ़ाते हुए फतेहपुर में जीत दर्ज करेंगे।
राणा हाड़ा, नगाल, सिहाल, झबूं आदि क्षेत्रों में भवानी सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार में रहे।