हमीरपुर। देश में अब तक की लोकतंत्र की रिवायत प्रधानमंत्री चुनने की रही है लेकिन बीजेपी ऐनकेन प्रकरण से देश को तानाशाही के दौर में धकेल रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है।
राणा ने कहा कि स्टेट हो या सेंटर सत्ता पर जन विश्वास में लगातार गिरावट आई है इसलिए अब बीजेपी का जहाज डूबना तय है। हिमाचल के उपचुनावों में प्रदेश की जनता अपना संदेश दे चुकी है। शुन्य विकास के दौर में प्रदेश कर्जे के पहाड़ के नीचे दबा बिलबिला रहा है।
राणा ने कहा कि कांग्रेस के 70 वर्षों के कार्यकाल में 45 हजार करोड़ रुपए का कर्जा उस स्थिति व जिम्मेदारी के बीच हुआ जिसमें कांग्रेस ने समूचे हिमाचल का निर्माण किया है, जबकि दूसरी ओर 4 वर्षों में शुन्य विकास के दौर में 25 हजार करोड़ रुपए का कर्जा बढ़ा है। जिसका जवाब अब जनता बीजेपी से मांग रही है।
कर्जे का कीर्तिमान स्थापित कर चुकी बीजेपी इस मामले पर कोई सफाई नहीं दे पा रही है। क्योंकि सवाल उठता है कि जिस दौर में विकास शुन्य रहा, भ्रष्टाचार चरम पर रहा तो ऐसे में प्रदेश पर चढ़ा 25 हजार रुपए का कर्जा सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर पूंजीवाद को स्थापित करने का काम कर रही बीजेपी को आम आदमी के हितों से कुछ लेना-देना नहीं है। राजनीतिक विरोधियों को व्यक्तिगत विरोधी मानते हुए सत्ता का दुरुपयोग करते हुए बीजेपी सरकार ने ईडी, सीबीआई जैसे सर्वोच्च संस्थाओं का गलत इस्तेमाल किया है।
हर वर्ग से टैक्स वसूलने की तरह-तरह की नीतियां बनाकर सरकार देश को कॉर्पोरेट की तर्ज पर चला रही है। सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण देश का शिक्षित बेरोजगार युवा लगातार बढ़ रही बेरोजगारी के दलदल में अपने आप को बेबस व लाचार मान रहा है।
राणा ने कहा कि हद तो यह है कि देश में सिर्फ बीजेपी ही अपने आप को ठीक बता रही है जबकि देश और प्रदेश की जनता बीजेपी की नीतियों से तंग आ चुकी है। आम जनता को नसीब हो रही दाल-रोटी, बेरोजगारी, सीमेंट की बोरी व साग-सब्जी की कीमतें आसमान छू रही हैं।
लेकिन सरकार टैक्स वसूलने की कारीगिरी दिखा रही है। पर्यटन उद्योग व व्यापार जगत हाल-बेहाल है। लेकिन बीजेपी चुनावी वर्ष में अब जनता को झूठ वायदे करते हुए फिर सौदेबाजी में लगी है।