हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सबके हैं और हमेशा हम सबके आदर्श बने रहेंगे, लेकिन उनके नाम पर भ्रष्टाचार की खुली छूट से करोड़ों देशवासियों का दिल आहत हुआ है और मन द्रवित हुआ है।
यह लोगों की आस्था व श्रद्धा का अपमान है, जोकि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जारी प्रैस विज्ञप्ति में विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए 2 करोड़ रूपए की जमीन को चंद मिनटों के भीतर ही साढ़े 18 करोड़ रूपए में बेचा जाना श्रीराम के आदर्शों की आहुति देने जैसा है, जिससे हर किसी की तरह वह भी व्यक्तिगत रूप से बेहद दुखी व व्यथित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आम जनमानस की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला यह कृत्य कभी माफ नहीं किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को जनता के मर्म व भावना को समझना चाहिए और इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर इसमें संलिप्त लोगों को सख्त सजा दिलानी चाहिए।
श्रीराम के उच्च आदर्शों को बनाए रखने व जनता की अटूट श्रद्धा के लिए ऐसा करना नितांत आवश्यक है, जिसमें सरकार किसी तरह की राजनीति न देखे। उन्होंने कहा कि श्रीराम किसी जाति या धर्म में नहीं बंधे थे और न ही किसी पार्टी विशेष के भगवान है, उन्होंने हर जगह मूल्यवान आदर्श ही स्थापित किए।
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अटूट आस्था के चलते ही देश और विश्व से हर धर्म व तबके के लोगों ने अपनी श्रद्धानुसार भावपूर्ण दान की राशि देकर सहयोग किया है, लेकिन उस पैसे की बंदरबाट होने से सबकी आस्था व श्रद्धा को गहरा आघात पहुंचा है।
उन्होंने हैरानी जताई कि भगवान के नाम पर सौदेबाजी करने वाले सौदागरों पर कोई कार्यवाही करने की बजाय उनके पक्ष में भाजपा का मीडिया सैल सवाल पूछने वालों को ही कटघरे में खड़ा कर रहा है, जबकि यह करोड़ों लोगों की आस्था, विश्वास व श्रद्धा का सवाल है।
उन्होंने कहा कि श्रीराम के प्रति लोगों की आस्था सदियों से है और सदियों तक बनी रहेगी, लेकिन श्री राम के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान के नाम पर धंधाबाजी करने व लूट-घसीट करने की छूट किसने दी और उन्हें क्यों बचाया जा रहा है।
इससे पर्दा उठना जरूरी है, क्योंकि ये सारा पैसा जनता का है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरंक्षण देने की बजाय लूट के नाम पर भगवान को भी न छोड़ने वाले भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए।