दिल्ली/ गोवा, ऋषि व्यास। सभी अच्छी चीजों का अंत जैसे अवश्य होता है, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) 2024 का भी गोवा के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में 28 नवंबर को समापन हो गया।
निश्चित रूप से सिनेमा के जादू और कहानी कहने की भावना का जश्न मनाने तथा भविष्य के फिल्म निर्माताओं के लिए कई रास्ते खोलने के अपने स्थायी प्रभाव के साथ यह समाप्त हुआ।
इफ्फी के 2024 संस्करण में 11,332 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो इफ्फी 2023 की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
28 देशों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों के साथ-साथ देश के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए।
फिल्म बाज़ार के संबंध में, प्रतिनिधियों की संख्या बढ़कर 1,876 हो गई, जो पिछले साल के 775 से काफी ज़्यादा है।
विदेशी प्रतिनिधियों ने 42 देशों का प्रतिनिधित्व किया। इस साल फिल्म बाज़ार में व्यापार अनुमान 500 करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
15 उद्योग भागीदारों वाला टेक पैवेलियन भी प्रतिभागी प्रतिनिधियों के लिए एक दिलचस्प घटक रहा। उद्योग भागीदारों से 15.36 करोड़ रुपये का प्रायोजन प्राप्त हुआ।