भारतीय सेना को तीसरी पीढ़ी के अधिकारी का योगदान देकर बढ़ाया हिमाचल का मान

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय जनसंख्या की .57 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन सेना बल के 4 प्रतिशत को पूरा करता है। हिमाचल प्रदेश के लोग हमेशा सशस्त्र बलों में सेवा देकर स्वयं पर गर्व करते हैं।

आज कांगड़ा जिला में फतेहपुर तहसील के एक छोटे से गाँव मनोह सिहाल से पारंपरिक सैन्य पृष्ठभूमि वाले परिवार ने भारतीय सेना को तीसरी पीढ़ी के अधिकारी का योगदान देकर अपने क्षेत्र का सम्मान एवं गौरव बढ़ाया है।

लेफ्टिनेंट अभिमन्यु गुलेरिया ने ओटीए गया से आज राजपूत रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त किया है। उनके पिता ब्रिगेडियर विक्रम गुलेरिया जोकि भारतीय सेना में एक सेवारत अधिकारी हैं और उनके दादा कर्नल एस एस गुलेरिया (सेवानिवृत्त) ने भी राजपूत रेजीमेंट से कमीशन लिया था।

लेफ्टिनेंट अभिमन्यु के तकनीकी पृष्ठभूमि के होने से इंजीनियर रेजीमेंट में शामिल होने का विकल्प था लेकिन अपने पूर्वजों के पद चिन्हों का अनुसरण करते हुए इन्फैंट्री को चुना।

गुलेरिया परिवार की कहानी हिमाचल प्रदेश के नवयुवकों एवं लोगों के लिए एक प्रेरणा प्रदान करता है जो अत्यधिक देशभक्त एवं साहसी हैं और खून की आखिरी बूंद तक देश की सेवा करने को तैयार हैं।

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