शिमला। भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के जिला व राजधानी शिमला से यह बस नेपाल बॉर्डर के समीप उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले तक हिमाचल परिवहन विभाग द्वारा चलाई जाती है।
टनकपुर कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा का पहला बिंदु है तथा टनकपुर देवी पूर्णागिरि मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जो शहर के उत्तर में लगभग 24 किमी दूर स्थित है। टनकपूर नेपाल से इतना क़रीब है कि यहां से हम पैदल भी नेपाल पहुँच सकते है। शिमला से टनकपुर की दूरी 693 किलोमीटर और किराया 1041 रूपये निर्धारित है।
शिमला के अतिरिक्त मनाली से भी टनकपुर के लिए बस सेवा चलाई जाती थी लेकिन प्रशासनिक कारणों से इस रूट को बंद कर दिया गया और ये दोबारा शुरू नही हुआ। शिमला टनकपुर एचआरटीसी का तीसरा सबसे लम्बा रूट और सीजनल रूट को छोड़कर ( जो सिर्फ साल के कुछ समय चलते है उनके अलावा ) यह एचआरटीसी का सबसे लम्बा रूट है जो पूरी साल अपनी सेवाएं देता है।
शिमला से सीधी बस टनकपुर जाती है यह कहीं भी बदली नही जाती सिर्फ इसके चालक व परिचालक हरिद्वार में चेंज हो जाते है।
अब बात इसकी समयसारिणी की करें तो यह बस शिमला टूटीकंडी बस संस्थान से टनकपुर के लिए शाम 5:36 पर, चंडीगढ़ 17 सेक्टर से रात 9:55 पर, हरिद्वार से सुबह 3 बजे, वनवसा पहुंचती है सुबह साढ़े 10 बजे और टनकपुर पहुंच जाती है 11 बजे।
टनकपुर से वापसी शिमला के लिए प्रतिदिन दोपहर 3 बजकर 30 मिनट, वनवसा से शाम 5 बजे, हरिद्वार से रात 1:30 बजे, चंडीगढ़ 43 सेक्टर से सुबह 6 बजे और शिमला पहुंच जाती है सुबह 10 बजे।
बात करें इसके रूट की तो शिमला से यह बस सोलन, चंडीगढ़, अंबाला, सहारनपुर, हरिद्वार, नजीबाबाद, काशीपुर, रुद्रपुर, सितारगंज, नानकमाता, खटीमा होकर टनकपुर पहुंचती है।