बंगलुरु। टाइगर ग्लोबल ने मौजूदा निवेशकों – सिकोइया कैपिटल इंडिया, रिबिट कैपिटल, वायसी कन्टिनिटी और प्रोपेल वेंचर पार्टनर्स की भागीदारी के साथ इस दौर का नेतृत्व किया।
भारत के प्रमुख निवेश प्लेटफॉर्म ग्रो ने सीरीज डी राउंड में $83 मिलियन का फंड हासिल किया है। टाइगर ग्लोबल ने ग्रो के मौजूदा निवेशकों की भागीदारी में फंड हासिल करने का नेतृत्व किया।
2017 में शुरू हुआ, ग्रो भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते निवेश प्लेटफॉर्मों में से एक बन गया है, जिसमें 1.5 करोड़ से अधिक पंजीकृत यूज़र्स हैं। ग्रो यूज़र्स एक सरल, कागज रहित और सहज तरीके से स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड, ईटीएफ, आईपीओ और गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
इस अवसर पर, ग्रो के सीईओ और सह-संस्थापक, ललित केशरे ने कहा – “हमने भारत में निवेश को सभी के लिए सुलभ और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लगभग पांच साल पहले ग्रो शुरू किया किया था। हमने अच्छी प्रगति की है, लेकिन ऐसा लगता है कि हमने अभी शुरुआत ही की है।
भारत में केवल लगभग 25 मिलियन लोग ही स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। हम इस परिदृश्य को बदलने के लिए काम करना जारी रखेंगे। इस नई पूंजी से हमें नए उत्पादों में निवेश करने, प्रतिभाएं हासिल करने और हमारे वित्तीय शिक्षा प्लेटफार्मों का निर्माण जारी रखने में मदद मिलेगी।”
टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट के पार्टनर, स्कॉट श्लीफ़र ने कहा: “हम ग्रो के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं क्योंकि वे भारत में निवेश करने में हर किसी की मदद करते हैं। हमारा मानना है कि इस बाज़ार में ढेरों अवसर हैं और हमें उम्मीद है कि ग्रो आगे कई सालों तक कुशल वृद्धि करता रहेगा।”
जून 2020 में, ग्रो ने खुद से (DIY) निवेश करने वाले निवेशकों के लिए एक उपयोग करने में आसान इंटरफ़ेस के साथ स्टॉक लॉन्च किए। ग्रो ने तेज़ी से विकास किया और लगभग 18 लाख डीमैट खाते खोले।
ग्रो भारत में सबसे बड़े म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म में से एक है और हर महीने 2.5 लाख से ज्यादा नए एसआईपी खोल रहा है। ग्रो ने सरल यूज़र अनुभव देने के साथ ही शैक्षिक सामग्री पर ध्यान दिया है, जिससे यह मिलेनियल्स निवेशकों के बीच असाधारण रूप से लोकप्रिय हो गया है।
ग्रो की योजना नए फंडरेज़ के साथ अपने प्रोडक्ट सुइट का विस्तार करने, उच्च-गुणवत्ता की प्रतिभाओं को नौकरी देने, और वित्तीय शिक्षा देने और जागरूकता फैलाने में भारी निवेश करने की है।
ग्रो ने अपनी शुरुआत से ही वित्तीय शिक्षा सामग्री पर महत्वपूर्ण रूप से ध्यान दिया है। अगले दो वर्षों में, कंपनी ने मिलेनियल्स को ध्यान में रखते हुए विभिन्न तरह के वित्तीय शिक्षा पहलों की शुरूआत करने और वित्तीय सेवाओं के लिए बाज़ार का विस्तार करने की योजना बनाई है।
ग्रो के बारे में
चार पूर्व फ्लिपस्टर्स, ललित केशरे, हर्ष जैन, नीरज सिंह और ईशान बंसल ने एक साथ ग्रो शुरू किया, जो भारत में सबसे तेज़ी से विकास करने वाले निवेश प्लेटफॉर्म्स में से एक बन गया है। ग्रो म्यूचुअल फंड्स, स्टॉक, आईपीओ, डिजिटल गोल्ड और ईटीएफ में निवेश करने का सरल और आसान तरीका पेश करता है।
इसका मुख्यालय बेंगलुरू में है। ग्रो विभिन्न निवेशकों से समर्थित है जिसमें सिकोइया इंडिया, वाई कॉम्बिनेटर, रिबिट कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, प्रोपेल वेंचर पार्टनर और कॉफमैन फैलो शामिल हैं। भारत में 900 से ज्यादा शहरों में 1.5 करोड़ से ज्यादा यूज़र्स अपने निवेश की ज़रूरतों के लिए ग्रो पर भरोसा करते हैं।