बेटा व बेटी में किसी भी प्रकार का ना करें भेदभाव

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शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज डोडरा क्वार उपमण्डल के क्वार में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान की अध्यक्षता की।

उन्होंने बताया कि लड़कियों को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है ताकि समाज में लड़कियों के जन्म के प्रति नकारात्मक सोच को बदला जा सके।

उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि बेटा व बेटी में किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें तथा बेटियों के जन्म पर खुशी मनाएं। उन्होंने प्रदेश में बेटियों के उल्लेखनीय योगदान की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय में बेटियों ने अपनी योग्यता से न केवल अपने माता-पिता बल्कि देश व प्रदेश का नाम भी ऊंचा किया है।

समाज में ऐसे बहुत से उदाहरण है कि बेटियां बेटों की अपेक्षा ससुराल में अपने सास-ससुर तथा वृद्धावस्था में अपने माता-पिता का सहारा भी बनती है। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों के उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें ताकि समाज में सकारात्मक संदेश पहुंच सके।

उन्होंने महिलाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा की।

इस अवसर पर उपायुक्त ने 15 नवजात बच्चियों की माताओं को सम्मानित किया तथा छः माह से अधिक कन्या को अन्न प्राश्न भी करवाया।

उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने एक बूटा बेटी के नाम योजना के अंतर्गत पौधा रोपण भी किया। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित कर लोगों की समस्याओं को सुना तथा उन्हें जल्द निवारण करने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर 0 से 5 वर्ष के बच्चों का वजन व लम्बाई भी मापी तथा कम वजन व लम्बाई वाले बच्चों की माताओं को उनके सही पोषण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

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