बेमौसमी बरसात ओलावृष्टी और भारी बर्फवारी के कहर से निपटने के लिए बागवानी मंत्री ने अधिकारियों सहित अन्य फसल बीमा कंपनी और फल उत्पादक संघ के साथ की गहन चर्चा
शिमला। प्रदेश में हाल ही में बेमौसमी बरसात और भारी बर्फवारी के कारण बागवानों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश के बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सोमवार को बागवानी अधिकारियों सहित फसल बीमा कंपनियों और फल उत्पादक संघ बैठक का आयोजन किया।
बैठक में सेब तथा अन्य फसलों के नुकसान के आंकलन पर चर्चा की गई जिसमें मुख्य रूप से सेब बागवानों को हुए नुकसान के आंकलन लाने के निर्देश दिये गये।
वहीं इस दौरान बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शिमला सहित किनौर, मंडी, कुल्लु, चंबा, लाहुल स्पिती तथा सिरमौर जिलों के उद्यान उपनिदेशों की अध्यक्षता में कमेटियों का गठन किया जाये।
कमेटियों में विश्व विद्यालय के वैज्ञानिक, राजस्व विभाग के अधिकारियों, बागवानों और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी सम्मिलित किया जाए।
बैठक में अधिकारियों को निर्देश जारी किय गये हैं कि नुकसान के आंकलन की विस्तृत रिपोर्ट 15 दिनों में वीडियोग्राफी सहित प्रदेश सरकार को भेजी जाए।
बागवानी मंत्री ने कहा कि संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम इस कार्य की समीक्षा रोजाना करें और रोजाना की रिपोर्ट भी बागवानी मंत्री के कार्यालय में भेजें।
बागवानी मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि उद्यान विभाग ने प्रदेश के बागवानों को पौध संरक्षण दवाईयों के अनुदान को सीधे किसानों/बागवानों के बैंक, खातों में वितरित करने का निर्णय लिया है ताकि दवाईयों के वितरण मे दक्षता, प्रभावशीलता व जबावदेही लाई जा सके तथा प्रदेश के अधिक से अधिक लघु एवं सीमांन्त बागवानों वको इसका लाभ मिल सके।
वर्तमान में विभाग के लगभग 355 पौध संरक्षण केन्द्रों मे विभागीय अधिकारी दवाईयों की वितरण प्रक्रिया में लगे हैं।