शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने नई शराब नीति से 40 प्रतिशत आय बढ़ाने के मामले में हिमाचल की लोगों से झूठ बोला। मुख्यमंत्री ने विधान सभा में खड़े होकर कहा था कि नई शराब नीति से आबकारी से होने वाले राजस्व में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ।
आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा जारी किए गए आँकड़ों से यह साफ़ हो गया है कि पिछले तीन महीने में आबकारी से राजस्व में लगभग 13 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सामान्य वृद्धि है, जो हर वर्ष होती हैं।
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सरकार में भी कोरोना जैसी महामारी के बाद भी आबकारी राजस्व की वृद्धि इसी प्रकार थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमन्त्री, उप मुख्यमंत्री और सरकार में बैठे लोग चाहे जितना झूठ बोल लें, लेकिन सच बाहर आ ही जाता है। सच्चाई यह है कि नई शराब नीति से प्रदेश के राजस्व में कोई वृद्धि नहीं हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमन्त्री ने विधान सभा में खड़े होकर झूठ बोला था कि प्रदेश में नई शराब नीति लागू करने से प्रदेश में आबकारी से होने वाली आय में 40 प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमन्त्री यह स्पष्ट करें कि उन्होंने विधान सभा के पटल से हिमाचल के लोगों से झूठ क्यों बोला। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री हिमाचल के लोगों से माफी मांगें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है। इस तरह से हवा-हवाई बातें करने से हिमाचल में विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री इसी तरह से सरकार चला रहे हैं। सदन की एक गरिमा होती है। सरकार का मुखिया अगर सदन में खड़े होकर झूठ बोलेगा तो प्रदेश का क्या होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार में शराब माफिया हावी है। बिलासपुर में आंगनबाड़ी केंद्र के बगल में ही शराब की दुकान खुलवा दी, जब आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों के अभिभावकों ने इसका विरोध किया तो सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्र ही हटाने का आदेश जारी कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में स्कूल पर ताले लग रहे हैं और शराब की दुकानें रात के एक-एक बजे तक खुल रही हैं। इस तरह की घटनाएं साफ करती हैं कि प्रदेश में माफिया सक्रिय हैं।