नेरवा, नोविता सूद। चौपाल पुलिस ने डीएसपी चौपाल राज कुमार के मार्गदर्शन और नेतृत्व में नशा तस्करों के खिलाफ एक के बाद एक सर्जिकल स्ट्राइक कर उनकी कमर तोड़ने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी है।
इसके बावजूद ये शातिर इस धंधे से बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें ख़ास बात यह सामने आई है कि इन तस्करों के तार पड़ौसी राज्य उत्तराखंड के विकासनगर शहर से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि जब भी पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी नेरवा, चौपाल या कुपवी आता है तो स्थानीय लोगों का उस अधिकारी के समक्ष नशा ही सबसे बड़ा मुद्दा होता है।
यह बात भी जोर शोर से उठाई जाती है कि उपमंडल चौपाल के विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों से नशे की सप्लाई की जाती है।
बीते दिनों नेरवा दौरे पर आई एसपी शिमला मोनिका भटंगुरु के समक्ष भी यह मुद्दा जोरशोर से उठ चुका है एवं लोगों ने नेरवा थाने में अतिरिक्त स्टाफ बढ़ा कर सीमान्त क्षेत्र में नाकेबंदी और पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की थी।
उपमंडल चौपाल के नेरवा और कुपवी क्षेत्र में आये दिन नशे की खेप के साथ तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ रहे है ! रविवार को कुपवी पुलिस द्वारा प्रतिबंधित चोको ब्रांड की कोडीन फॉस्फेट की 540 शीशियों के साथ धरे गए युवकों ने पुलिस रिमांड के दौरान उत्तराखंड के विकास नगर निवासी एक नशा सप्लायर का नाम उगलते हुए पुलिस को बताया कि पकड़ी गई नशे की खेप की इस व्यक्ति द्वारा सप्लाई की गई थी।
कुपवी पुलिस ने पकडे गए आरोपितों से रिमांड के दौरान पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए दबिश देकर अमित कुमार, पुत्र सतीश कुमार, निवासी गाँव लखनवाला, डाकघर जाटोंवाला, तहसील विकासनगर, जिला देहरादून, उत्तराखंड को हिरासत में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरोपित के खिलाफ कुपवी थाना में एनडी एंड पीएस एक्ट की धारा 29 के अंतर्गत मामला दर्ज कर उसे चौपाल न्यायलय में पेश किया गया, जहां से आरोपित को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस जांच में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि आरोपित सप्लायर और पकडे गए युवकों के बीच कई दिनों से आपसी संपर्क था।
एसडीपीओ चौपाल राज कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में उक्त लोगों के आपसी संपर्क की पुष्टि हो चुकी है एवं पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई जारी है।
बहरहाल नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों से मिले बैकवर्ड लिंकेज के आधार पर बार बार विकासनगर के नशा कारोबारियों के नाम सामने आने के बाद यह बात पुख्ता हो जाती है कि क्षेत्र के नशा तस्करों के तार उत्तराखंड के विकासनगर से जुड़े हुए है।