शिमला। लोभ लालच एवं जबरन धर्म परिवर्तन रोकने के लिए हिमाचल प्रदेश के ‘धर्म स्वातन्त्र्य कानून -2019’ के माध्यम से मानवाधिकार संरक्षण पर राज्य सरकार की अतिरिक्त महाधिवक्ता रीता गोस्वामी उमंग फाउंडेशन के वेबीनार में 6 फरवरी को चर्चा करेंगी।
वह इस कानून की बारीकियां बताएंगी ताकि ईसाई मिशनरियां गैर संवैधानिक तरीकों से हिंदुओं की गरीबी एवं बीमारी का फायदा उठाकर उनका धर्मांतरण न कर सकें।
वेबीनार की संयोजक एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी स्कॉलर सवीना जहां ने बताया आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में उमंग फाउंडेशन का यह 21वां साप्ताहिक वेबीनार है।
उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरियों द्वारा अंधविश्वास फैला कर भोले भाले हिंदुओं को भूत प्रेत से बचाने और बीमारियां ठीक करने का दावा किया जाता है। इसकी आड़ में उन्हें बरगला कर ईसाई बनाया जा रहा है। यह भोले भाले लोगों के मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन और अपराध है।
सवीना जहां ने कहा कि कार्यक्रम गूगल मीट लिंक http://meet.google.com/stz-btpj-wze और उमंग फाउंडेशन शिमला के फेसबुक पेज पर पर 6 फरवरी को शाम 7 बजे लाइव उपलब्ध रहेगा।