नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के मेधावी छात्रों हेतु चलाए जा रहे सांसद भारत दर्शन 2.0 के इस वर्ष का दूसरा दल नई दिल्ली पहुंचा जहां उन्हें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी का सानिध्य प्राप्त हुआ।
गौरतलब हो कि एक महीने पूर्व हीं सांसद भारत दर्शन 2.0 का पहला जत्था भारत भ्रमण कर वापस हमीरपुर जा चुका है। पहले जत्थे में हमीरपुर की होनहार बेटियां गई थीं तो वहीं दूसरे जत्थे में बेटों को मौका मिला है।
उपराष्ट्रपति से आत्मीय भेंट और ज्ञान अर्जन के बाद सभी छात्र केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले व उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया। इसके पश्चात इन मेधावी छात्रों ने संसद भवन का अवलोकन भी किया जहां उन्होंने नई व पुरानी संसद को देखा।
इसके अतिरिक्त सांसद भारत दर्शन के छात्रों को दूरदर्शन केंद्र का भ्रमण कराया गया जहां उन्होंने ब्रॉडकास्टिंग से जुड़ी बारीकियां को समझा। नई दिल्ली के बाद सभी छात्र गुजरात रवाना हो गये।
उपराष्ट्रपति व रक्षा मंत्री के साथ भेंट के दौरान अनुराग ठाकुर स्वयं छात्रों संग मौजूद रहे। इस दौरान ठाकुर ने बताया, “मेरे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के 21 होनहार छात्रों ने सांसद भारत दर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर उनका मार्गदर्शन व आशीर्वाद लिया।
उपराष्ट्रपति व केंद्रीय रक्षा मंत्री से मिला स्नेह जीवन पर्यंत अविस्मरणीय रहेगी व उनसे मिली शिक्षा देवभूमि के इन छात्रों को हर कदम पर काम आयेगी। हमारे छात्रों से उपराष्ट्रपति व केंद्रीय रक्षा मंत्री का पारंपरिक हिमाचली रीति-रिवाज से अभिनंदन भी किया और विभिन्न विषयों पर उनसे चर्चा भी की। अपना अमूल्य समय व अपार स्नेह देने के लिए मैं उपराष्ट्रपति का हृदय से आभारी हूँ”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा ” रक्षामंत्री ने सांसद भारत दर्शन के 21 मेधावी छात्रों की कई जिज्ञासाओं पर खुल कर चर्चा की व उनके सभी प्रश्नों का पूरे धैर्य के साथ उत्तर दिया। रक्षामंत्री के साथ छात्रों का यह संवाद उनके एक नये दृष्टिकोण का परिचायक बनेगा।
मेरे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के मेधावी छात्रों को अपना अमूल्य स्नेह व आशीर्वाद देने के लिए रक्षामंत्री का हृदयतल से आभार। संसद भवन भ्रमण के दौरान सांसद भारत दर्शन के मेधावी छात्रों ने नई व पुरानी संसद का अवलोकन भी किया जो उनके लिए स्मरणीय अनुभव रहा”।