प्रधानमंत्री भी ऑनलाइन करेंगे शिरकत
शिमला। प्रदेश की राजधानी के लिए बहुत ही गर्व का विषय होगा जब 16 से 19 नवंबर तक विधानसभा में देश के पीठासीन अधिकारियों का अखिल भारतीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
इस अधिवेशन की शुरुआत 100 वर्ष पहले 1921 में शिमला से ही की गई थी।
यह जानकारी आज विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने एक प्रेसवार्ता के दौरान दी।
उन्होंने कहा कि यह 82वां सम्मेलन है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस सम्मेलन को पहले धर्मशाला में आयोजित किया जाना था पर लोकसभा ने कहा कि इसे शिमला में आयोजित किया जाना चाहिए क्योंकि पहला अधिवेशन भी शिमला में हुआ था।
शिमला में यह सातवां अधिवेशन होगा। इससे पहले 1921,1926,1933,1939,1976 और 1997 में भी यह सम्मेलन शिमला में आयोजित किया जा चुका है।
इस अधिवेशन में लोकसभा अध्यक्ष विशेष रूप से शामिल होंगे। इसके अलावा हर राज्य से चार लोगों को आमंत्रित किया गया है। 36 विधानसभाओं के अधिकारी भाग लेंगे।
पीठासीन अधिकारी, उपपीठासीन अधिकारी, विधानसभा सचिव और एक वरिष्ठ अधिकारी को अपने जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है।
इसके अलावा प्रदेश के सभी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, प्रदेश से लोकसभा व राज्यसभा सांसद, लोकसभा से 70 अधिकारी, लोकसभा व राज्यसभा टीवी से भी अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
इस तरह कुल 378 लोग इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
परमार ने कहा कि 17 की सुबह 10 बजे अधिवेशन का शुभारंभ होगा। 10.28 पर प्रधानमंत्री इस समेमलन से ऑनलाइन जुड़ेंगे।
18 तारीख को अनुराग ठाकुर इस सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
इसके साथ ही विधानसभा व विधानपरिषद के सचिवों का सम्मेलन भी आयोजित होगा।