शिमला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि नई दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा रही हैं। सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में खराब स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण लोग अपनी जान गंवा रहे हैं और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन हिमाचल की राजनीति में व्यस्त हैं। देवभूमि में जैन स्वयं राजनीतिक अनैतिक पर्यटक बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि हम उन्हें सलाह देते हैं कि हिमाचल की राजनीति के बजाय दिल्ली की स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा चलाई जा रही आम आदमी पार्टी की सरकार की जमीनी हकीकत काफी दयनीय है।
बच्चों और बुजूर्गो की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली “तथाकथित विश्व स्तरीय” स्वास्थ्य सेवाओं का पर्दाफाश किया है।
इससे पहले मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों द्वारा गलत दवा दिए जाने से कई बच्चों की मौत भी हो चुकी थी। दिल्ली में भाजपा नेताओं ने दिल्ली उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश से जांच कराने और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे की मांग की है।
यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री भी सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए नहीं जाते हैं, वे सरकारी अस्पतालों के बजाय निजी अस्पतालों को तरजीह देते हैं।
जहां आम आदमी पार्टी को स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करना चाहिए, वे विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सहयोगी दीपक मदान ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आप नेता सत्येंद्र जैन पर 2022 के दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले भ्रष्टाचार और उत्पीड़न का आरोप लगाया।
दीपक ने दावा किया कि सत्येंद्र जैन ने दिल्ली नगर निगम चुनाव का टिकट जारी करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह समाचार प्रकाशनों में प्रकाशित हुआ था।
भाजपा सवाल करती है, क्या वह दावेदारों को टिकट जारी करने के लिए हिमाचल में भी पैसे मांगेंगे?
कश्यप ने दावा किया कि दिल्ली में आप दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली परिवहन निगम और अन्य विभागों में भ्रष्टाचार में लिप्त है और उसके मंत्री सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की जा रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि आप पंजाब में अपनी भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन का प्रचार कर रही है, जबकि दिल्ली में यह बंद पड़ी है।
कश्यप ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उनके प्रदेश अध्यक्ष और अन्य पहले ही ऐसा कर चुके हैं। कल सोशल मीडिया प्रभारी ने भी देश विरोधी मांगों को ट्वीट किया और बाद में पार्टी से उन्होंने निष्कासित कर दिया गया। देवभूमि के लोग ऐसी राष्ट्रविरोधी पार्टी के पक्ष में नहीं हैं और उनको हिमाचल में जमने नहीं देगे।