पंचमी को यह खाने से लग सकता है कलंक
दिनांक – 7 जनवरी 2022
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत -1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर
मास – पौस
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पंचमी सुबह 11:10 तक तत्पश्चात षष्ठी
नक्षत्र – पूर्व्र भाद्रपद 08 जनवरी सुबह 06:20 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
योग – व्यतिपात दोपहर 01:12 तक तत्पश्चात वरीयान
राहुकाल – सुबह 11:23 से दोपहर 12:45 तक
सूर्योदय – 07:18
सूर्यास्त – 18:11
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
विशेष –
पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
काजू प्रयोग
पैरों की एडियों में दरारे हों, पेट में कृमि हो तो बच्चों को २/३ काजू शहद के साथ अच्छी तरह से चबा चबाकर खाने दें और बड़े हैं तो ५/७ काजू। कृमि,कोढ़, काले मसूडों आदि में आराम होगा।
काजू प्रयोग से मन भी मजबूत होता है।
बेटी की शादी
अगर कोई कष्ट है तो ऐसा नहीं सोचना कि ये कष्ट सदा रहेगा।
बेटी की शादी नहीं हो रही तो पिता गुड़ मिश्रित जल से सूर्य नारायण को अर्घ्य दें, बेटी की शादी जल्दी हो जायेगी।
उत्तर दिशा में मुख करके “ॐ ह्रीं गौरियाय नमः” ये मन्त्र का जप करें तो शादी जल्दी होगी। घर वर अच्छा मिलेगा।
बेटी को शादी के बाद ससुराल में कोई कष्ट दे रहा है तो बेटी को सिखा दें कि हर महिने शुक्ल पक्ष की तृतीया को बिना नमक का भोजन करें और प्रार्थना करें कि अमुक व्यक्ति मुझे कष्ट देते हैं, उनको सदबुद्धि दे कि मुझे कष्ट ना दें। “ॐ ह्रीं ॐ” मन्त्र का जप करें। शिव गीता का पाठ करें। तकलीफ मिट जायेगी।
रोगियों के रोग हरने के लिए मंत्र जप सेवा
ॐ रुद्राय नमः” इस मंत्र की रोज एक माला करें, ऐसा 6 महिने तक करें तब मंत्र सिद्ध हो जायेगा फिर कोई अगर बीमार है तो आप इस मंत्र का जप करें।
पानी में देखकर 21 बार इस मंत्र का जप करके वह पानी किसी को दें तो 3 दिन में/7 दिन में/ 11 दिन में आराम आ जायेगा (बीमारी से छुटकारा मिलेगा लेकिन इसका पैसा रुपया नहीं लेना, सेवा भाव से करना है )।