मैया जय लक्ष्मी माता
पञ्चाङ्ग-23-12-2021
शुभ् विक्रम् संवत् – 2078 आनन्द,
शालिवाहन् शक् संवत् – 1943 प्लव,
मास – मार्गशीर्ष (अमावस्यांत) – माह,
पक्ष – कृष्ण, (पूर्णिमांत) पौष-माह,
तिथि – चतुर्थी 18:26:48,
दिन – गुरुवार, सूर्य प्रविष्टे 8 पौष गते,
नक्षत्र – अश्लेषा 26:40:19*,
योग – वैधृति 12:10:09, बाद-विष्कुंभ,
करण – बालव 18:26:48,
सूर्य – धनु राशिगत,
चन्द्र – कर्क राशिगत,
ऋतु – हेमंत-शिशिर, अयन – उत्तरायण,
सूर्योदय – 07:12:02,
सूर्यास्त – 17:28:33,
चंद्रास्त – 10:20:35,
चंद्रोदय – 21:09:13,
दिन काल -10:16:31,
रात्री काल – 13:43:56,
राहू काल – 13:37-14:54 अशुभ,
यम घण्टा – 07:12-08:29 अशुभ,
अभिजित -11:59-12:41 शुभ,
गंड मूल – अहोरात्र अशुभ,
दिशा शूल – दक्षिण दिशा अशुभ,
दिशा शूल शुभता :-
आज गुरुवार के दिन राई (सरसों) खा कर घर से बाहर निकलें, शुभ रहेगा।
विशेष :-
आज चतुर्थी तिथि को मूली खाने से शरीर में रोग बढ़ता है। पंचमी तिथि को बेल खाने से कलंक लगता है।
(ब्रह्मवैवर्त-पुराण : ब्रह्म-खण्ड),
दिन की शुभ चौघड़ियाँ :~
शुभ – 07:12 – 08:29,
चर – 11:03 – 12:20,
लाभ – 12:20 – 13:37,
अमृत – 13:37 – 14:54,
शुभ – 16:11 – 17:29,
रात्री की शुभ चौघड़ियाँ :~
अमृत – 17:29 – 19:12,
चर – 19:12 – 20:55,
लाभ – 24:21* – 26:04*,
शुभ – 27:47* – 29:30*,
अमृत – 29:30* – 31:12*,
किस ‘होरा’ में कौन सा कार्य करना श्रेयस्कर होता है :~
1. सूर्य – माणिक्य धारण करना, सरकारी नौकरी हेतु आवेदन या पदभार ग्रहण, समस्त सरकारी कार्य, चुनाव व राजनीति संबंधी कार्य करें।
2. चंद्र – मोती धारण करना, यह होरा समस्त कार्यों के लिए शुभ होती है।
3. मंगल – मूंगा व लहसुनिया धारण करना, कर्ज देना, न्यायालय, पुलिस, सेना आदि से संबंधित कार्य, प्रशासनिक कार्य, मकान खरीदना चाहिये।
4. बुध – पन्ना धारण करना, व्यापार संबंधी कार्य, लेखा संबंधी कार्य, बैंक संबंधी कार्य, विद्यारम्भ, शिक्षा संबंधी कार्य करें।
5. गुरु – पुखराज धारण करना, उच्च अधिकारियों से भेंट, विवाह संबंधी कार्य, वस्त्र खरीदना इत्यादि करें।
6. शुक्र – हीरा धारण करना, आभूषण क्रय करना चहिये, सोने-चांदी का व्यापार, ललित कला संबंधी कार्य, नवीन वस्त्र धारण करना व अन्य वैभव विलासिता संबंधी कार्य करें।
7. शनि – नीलम व गोमेद धारण करना, गृहारम्भ करना, कारखानें स्थापित करना, लोहा-मशीनरी संबंधी कार्य, वाहन क्रय करना, न्यायालय संबंधी कार्य, कृषि कार्य, तेल संबंधी कार्य करें।
दिन का होरा चक्र
बृहस्पति- 07:12 – 08:03,
मंगल- 08:03 – 08:55,
सूर्य- 08:55 – 09:46,
शुक्र- 09:46 – 10:38,
बुध -10:38 – 11:29,
चन्द्र -11:29 – 12:20,
शनि- 12:20 – 13:12,
बृहस्पति- 13:12 – 14:03,
मंगल- 14:03 – 14:54,
सूर्य- 14:54 – 15:46,
शुक्र- 15:46 – 16:37,
बुध -16:37 – 17:29,
रात्री का होरा चक्र
चन्द्र- 17:29 – 18:37,
शनि- 18:37 – 19:46,
बृहस्पति- 19:46 – 20:55,
मंगल- 20:55 – 22:03,
सूर्य- 22:03 – 23:12,
शुक्र- 23:12 – 24:21*,
बुध- 24:21* – 25:29*,
चन्द्र- 25:29* – 26:38*,
शनि- 26:38* – 27:47*,
बृहस्पति- 27:47* – 28:55*,
मंगल- 28:55* – 30:04*,
सूर्य- 30:04* – 31:12*,
(पञ्चाङ्ग-इंद्रप्रस्थ-“दिल्ली”-समयानुसार),