दिनांक – 5 दिसम्बर 2021
दिन – रविवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत -1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत
मास – मार्ग शीर्ष मास
पक्ष – शुक्ल
तिथि – प्रतिपदा सुबह 09:27 तक तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र – ज्येष्ठा सुबह 07:47 तक तत्पश्चात मूल
योग – शूल रात्रि 12:07 तक तत्पश्चात गण्ड
राहुकाल – शाम 04:35 से शाम 05:57 तक
सूर्योदय – 07:03
सूर्यास्त – 17:55
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
चन्द्र-दर्शन, द्वितीया क्षय तिथि
विशेष –
प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
काजू प्रयोग
पैरो की एडियों में दरारे हों, पेट में कृमि हो तो बच्चों को २/३ काजू शहद के साथ अच्छी तरह से चबा चबा कर खाने को दें और बड़े हैं तो ५/७ काजू। कृमि,कोढ़, काले मसुडों आदि में आराम होगा।
काजू प्रयोग से मन भी मजबूत होता है।
पितृदोष हो तो
जो लोग पितृदोष से पीड़ित हैं उनके लिए लिंग पुराण में बताया है कि मार्गशीर्ष मास शुक्ल द्वितीया ( जो 5 दिसम्बर रविवार को सुबह 9:28 से 6 दिसम्बर, सोमवार को प्रातः 5:50 तक द्वितीया है) (यानी यह उपाय 5 दिसम्बर, रविवार को करें )।
पितृ पूजन का विधान है। पितृ के लिए गीता का ७ वां अध्याय पढ़ें। लोटा में जल भरके रखें। पाठ हो जाए तो सूर्य नारायण को वह जल चढा दें और बोलें — हमारे घर में जो कोई पहले गुजर गए हैं उनके लिए हम आज का गीता पाठ का पुण्य अर्पण करते हैं। उनकी सद्गति हो, दिव्य गति हो और हमारे घर में सुख शांति बढ़े।
स्त्री संबंधी कोई तकलीफ़ हो तो
स्त्री संबंधी कोई तकलीफ़ हो तो रात को सवा लीटर पानी रख दो। सुबह ज्यादा ठंडा हो तो थोड़ा गरम पानी मिला दो। ७ तुलसी के पत्ते खा लो, पानी पी लो। फिर थोड़ा घूमो।
8 दिन के अन्दर स्त्री संबंधी कई बीमारी भाग जाएगी। मासिक संबंधी कई तकलीफ़ ठीक हो जाएगी। अधिक आना, देर से आना व पीड़ा से आना सब ठीक हो जायेगा। कब्जियत भी ठीक हो जाएगी।