दिनांक – 17 नवंबर 2022
दिन – गुरूवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत -1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – मार्गशीर्ष् (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अष्टमी सुबह 07:57 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – मघा रात्रि 09:21 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
योग – इंद्र 18 नवंबर रात्रि 01:24 तक तत्पश्चात वैधृति
राहुकाल – दोपहर 01:47 से शाम 03:10 तक
सूर्योदय – 06:51
सूर्यास्त – 17:55
दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
दीर्घायु के लिए
२ ग्राम सौंठ में पानी मिलाकर रात को लोहे की कड़ाही के अंदर लेप करें। प्रातः काल वह सौंठ दूंध में मिलाकर पीने से दीर्घायुश की प्राप्ति होती है।
भूत-प्रेत भागने के लिए
भूत-पिशाच जहाँ रहते हैं, वहां गाय खड़ी कर दो, गाय की सुगंध से भूत अपने आप भागेंगे। किसी के घर में भूत-प्रेत का वास हो, तो गाय का गोबर अथवा गाय का झरण छिटका करो।
गाय का कंडा जलाओ, उस पे थोड़ा गाय का घी डाल दो, अपने आप भागेंगे, भागना ही पड़ेगा। अगर किसी व्यक्ति के अंदर भूत घुसे हैं तो उसे उसी धूप वाले कमरे में बिठाओ, भाग जायेंगे।