मैया जय लक्ष्मी माता
पञ्चाङ्ग- 01-07-2022
सत्य सनातन धर्म की जय हो
शुभ् विक्रम् संवत् – 2079 नल,
शालिवाहन् शक् संवत् – 1944 शुभकृत,
मास- (अमावस्यांत) – आषाढ़ माह,
पक्ष- शुक्ल, (पूर्णिमांत) आषाढ़ माह,
तिथि- द्वितीया 13:08:47, बाद-तृतीया,
दिन- शुक्रवार, सूर्य प्रविष्टे 17 आषाढ़ गते,
नक्षत्र- पुष्य 27:54:52*,
योग- व्याघात 10:44:38, बाद-हर्षण,
करण- कौलव 13:08:48, बाद-तैतुल,
सूर्य- मिथुन राशिगत,
चंद्र- कर्क राशिगत,
ऋतु- ग्रीष्म, अयन – दक्षिणायन,
सूर्योदय- 05:28:07,
सूर्यास्त- 19:21:45,
दिन काल- 13:53:38,
रात्री काल- 10:06:44,
चंद्रोदय- 07:01:33,
चंद्रास्त- 21:21:50,
राहू काल- 10:41 – 12:25 अशुभ,
यम घंटा- 15:53 – 17:38 अशुभ,
अभिजित – 11:57 – 12:53 शुभ,
गंड मूल- 27:55 से अहोरात्र अशुभ,
दिशा शूल – पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम दिशा अशुभ,
दिशा शूल शुभता :- आज शुक्रवार के दिन दही खा कर घर से बाहर निकलें, शुभ रहेगा।
विशेष :-
आज द्वितीया तिथि को छोटा बैगन या कटेहरी खाना निषिद्ध है। तृतीया तिथि के दिन परमल (परवल) खाने से शत्रु-वृद्धि करता है।
(ब्रह्मवैवर्त-पुराण : ब्रह्म-खण्ड),
दिन की शुभ चौघड़ियाँ :~
चर- 05:28 – 07:12,
लाभ- 07:12 – 08:57,
अमृत- 08:57 – 10:41,
शुभ- 12:25 – 14:09,
चर- 17:38 – 19:22,
रात्री की शुभ चौघड़ियाँ :~
लाभ- 21:53 – 23:09,
शुभ- 24:25* – 25:41*,
अमृत- 25:41* – 26:57*,
चर- 26:57* – 28:13*,
किस ‘होरा’ में कौन सा कार्य करना श्रेयस्कर होता है :~
1. सूर्य –
माणिक्य धारण करना, सरकारी नौकरी हेतु आवेदन या पदभार ग्रहण, समस्त सरकारी कार्य, चुनाव व राजनीति संबंधी कार्य करें।
2. चंद्र –
मोती धारण करना, यह होरा समस्त कार्यों के लिए शुभ होती है।
3. मंगल –
मूंगा व लहसुनिया धारण करना, कर्ज देना, न्यायालय, पुलिस, सेना आदि से संबंधित कार्य, प्रशासनिक कार्य, मकान खरीदना चाहिये।
4. बुध –
पन्ना धारण करना, व्यापार संबंधी कार्य, लेखा संबंधी कार्य, बैंक संबंधी कार्य, विद्यारम्भ, शिक्षा संबंधी कार्य करें।
5. गुरु –
पुखराज धारण करना, उच्च अधिकारियों से भेंट, विवाह संबंधी कार्य, वस्त्र खरीदना इत्यादि करें।
6. शुक्र –
हीरा धारण करना, आभूषण क्रय करना चहिये, सोने-चांदी का व्यापार, ललित कला संबंधी कार्य, नवीन वस्त्र धारण करना व अन्य वैभव विलासिता संबंधी कार्य करें।
7. शनि –
नीलम व गोमेद धारण करना, गृहारम्भ करना, कारखानें स्थापित करना, लोहा-मशीनरी संबंधी कार्य, वाहन क्रय करना, न्यायालय संबंधी कार्य, कृषि कार्य, तेल संबंधी कार्य करें।
दिन का होरा चक्र
शुक्र- 05:28 – 06:38,
बुध- 06:38 – 07:47,
चन्द्र- 07:47 – 08:57,
शनि- 08:57 – 10:06,
बृहस्पति- 10:06 – 11:15,
मंगल- 11:15 – 12:25,
सूर्य- 12:25 – 13:34,
शुक्र- 13:34 – 14:44,
बुध- 14:44 – 15:53,
चन्द्र- 15:53 – 17:03,
शनि- 17:03 – 18:12,
बृहस्पति- 18:12 – 19:22,
रात्री का होरा चक्र
मंगल- 19:22 – 20:12,
सूर्य- 20:12 – 21:03,
शुक्र- 21:03 – 21:53,
बुध- 21:53 – 22:44,
चन्द्र- 22:44 – 23:35,
शनि- 23:35 – 24:25*,
बृहस्पति- 24:25* – 25:16*,
मंगल- 25:16* – 26:06*,
सूर्य- 26:06* – 26:57*,
शुक्र- 26:57* – 27:47*,
बुध- 27:47* – 28:38*,
चन्द्र- 28:38* – 29:28*,
(पञ्चाङ्ग-इंद्रप्रस्थ-“दिल्ली”-समयानुसार),