दिनांक – 10 अगस्त
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)
शक संवत -1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ऋतु
मास -श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – त्रयोदशी दोपहर 02:15 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र – पूर्वाषाढा सुबह 09:40 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा
योग – प्रीति शाम 07:36 तक तत्पश्चात आयुष्मान
राहुकाल – दोपहर 12:44 से दोपहर 02:21 तक
सूर्योदय – 06:16
सूर्यास्त – 19:11
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
विद्यार्थी विशेष
विद्यार्थी पढ़ने में ज्यादा कमजोर हो तो –विद्यार्थी को सारस्वत मंत्र तो बापूजी देते ही है।
पर समझो कोई बच्चा कमजोर है ज्यादा। पढ़ नहीं सकता तो उसको सिखा दें ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम :अपने आराध्य को स्मरण करके जप करें।
भगवान विष्णु के चौबीस अवतार थे उसमे हयग्रीव अवतार हैं। ये अग्निपुराण में अग्निदेव वशिष्ठ से कहते हैं।
विशेष – 11 अगस्त 2022 गुरुवार को हयग्रीव जयंती हैं ।
रक्षाबंधन के दिन
11 अगस्त 2022 गुरुवार को रक्षाबंधन है।
यदि आप भी इस रक्षाबंधन पर धन व व्यापार से जुड़ी सभी परेशानियां खत्म करना चाहते हैं तो अपनाएं ये ज्योतिष शास्त्र के आसान उपाय।
रक्षाबंधन पर करें इन 10 में से कोई 1 काम, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
व्यापार वृद्धि के लिए
रक्षाबंधन के दिन महालक्ष्मी मंदिर में या घर पर ही देवी लक्ष्मी का पूजन कर दूध, चावल, केला व पंच मेवा से बनी खीर देवी को अर्पण करें व बालकों में प्रसाद बांटे।
शत्रु ज्यादा परेशान कर रहे हों तो
शत्रु परेशान कर रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाकर, गुड़ का भोग लगाएं व गुलाब के फूल चढ़ाएं । इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
दरिद्रता दूर करने के लिए
कोई भी ऐसा पौधा जो वटवृक्ष के नीचे उगा हुआ हो, राखी के दिन उसे अपने घर के किसी गमले में लाकर लगा लें। ऐसा करने से दरिद्रता दुर होती है और घर में स्थाई लक्ष्मी का निवास होता है।
पैसा वापस न मिल रहा हो तो
किसी ने आपसे पैसा उधार लिया हो और वापस न लौटा रहा हो तो रक्षाबंधन के दिन सूखे कपूर का काजल बनाकर एक कागज पर उसका नाम इस काजल से लिखकर एक भारी पत्थर से दबा दें। पैसा बहुत जल्दी वापस मिल जाएगा।
बीमार रहते हों तो
यदि आप अक्सर बीमार रहते हैं तो रात को एक सिक्का सिरहाने रखें और सुबह उस सिक्के को श्मशान में बाहर से फेंक आएं। ये बीमारी की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी।
व्यापार में सफलता न मिल रही हो तो
यदि आप व्यापार में लगातार असफल हो रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन दोपहर में पांच कागजी नींबू, एक मुट्ठी काली मिर्च व एक मुट्ठी पीली सरसों के साथ रख दें।अगले दिन सुबह इन सभी चीजों को किसी समसान स्थान पर गाड़ दें।
ऋण मुक्ति के लिए
रक्षाबंधन के दिन गेहूँ के आटे में गुड़ मिलाकर पुए बनाएं और किसी हनुमान मंदिर में जाकर चढ़ाएं और गरीबों में बाँट दें।कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी।
धन-समृद्धि के लिए
अगर आप अपार धन-समृद्धि चाहते हैं, तो रक्षाबंधन के दिन लाल रंग के मिट्टी के घड़े में नारियल रखकर उस पर लाल कपड़ा ढ़ककर झोली बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
आर्थिक काम में असफलता मिल रही हो तो
सरसों के तेल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पुए, सात मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का दीपक, पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर रक्षाबंधन की रात में किसी चौराहे पर रख कर कहें – हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यही छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।
कार्य सिद्धि के लिए
रक्षाबंधन के दिन गणेशजी के चित्र के सामने लौंग व सुपारी रखें।जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो इस लौंग और सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा।