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शुभ् विक्रम् संवत् – 2080 पिंगल,
शालिवाहन् शक् संवत् – 1944 शुभकृत,
मास- (अमावस्यांत) – चैत्र माह,
पक्ष- शुक्ल, (पूर्णिमांत) चैत्र माह,
तिथि- द्वितीया 18:20:19,
दिन- गुरुवार, सूर्य प्रविष्टे 9 चैत्र गते,
नक्षत्र- रेवती 14:07:29, बाद-अश्विनी,
योग- ऐन्द्र 27:41:15*,
करण- बालव 07:15:44, बाद-कौलव,
सूर्य- मीन राशिगत,
चंद्र- मीन 14:07:29, बाद-मेष राशिगत,
ऋतु- वसंत, अयन – उत्तरायण,
सूर्योदय- 06:23:21,
सूर्यास्त- 18:32:31,
दिन काल- 12:09:09,
रात्री काल- 11:49:41,
चंद्रोदय- 07:21:43,
चंद्रास्त- 20:24:22,
राहू काल- 13:59 – 15:30 अशुभ,
यम घंटा- 06:23 – 07:55 अशुभ,
अभिजित – 12:04 – 12:52 शुभ,
गंड मूल- अहोरात्र अशुभ,
पंचक- 06:23-14:07 अशुभ,
दिशा शूल – दक्षिण दिशा अशुभ,

दिशा शूल शुभ हेतु :- आज गुरुवार के दिन राई खा कर घर से बाहर जायें, शुभ रहेगा।

विशेष :- आज द्वितीया तिथि के दिन छोटा बैगन या कटेहरी खाना निषिद्ध है। इससे शरीर की हानि होती है।
(ब्रह्मवैवर्त-पुराण : ब्रह्म-खण्ड),

दिन की शुभ चौघड़ियाँ :~

शुभ- 06:23 – 07:55,
चर- 10:57 – 12:28,
लाभ- 12:28 – 13:59,
अमृत- 13:59 – 15:30,
शुभ- 17:01 – 18:33,

रात्री की शुभ चौघड़ियाँ

अमृत- 18:33 – 20:01,
चर- 20:01 – 21:30,
लाभ- 24:27*” – 25:56*,
शुभ- 27:25* – 28:53*,
अमृत- 28:53* – 30:22*,

किस ‘होरा’ में कौन सा कार्य करना श्रेयस्कर होता है :

1. सूर्य –

माणिक्य धारण करना, सरकारी नौकरी हेतु आवेदन या पदभार ग्रहण, समस्त सरकारी कार्य, चुनाव व राजनीति संबंधी कार्य करें।

2. चंद्र –

मोती धारण करना, यह होरा समस्त कार्यों के लिए शुभ होती है।

3. मंगल –

मूंगा व लहसुनिया धारण करना, कर्ज देना, न्यायालय, पुलिस, सेना आदि से संबंधित कार्य, प्रशासनिक कार्य, मकान खरीदना चाहिये।

4. बुध –

पन्ना धारण करना, व्यापार संबंधी कार्य, लेखा संबंधी कार्य, बैंक संबंधी कार्य, विद्यारम्भ, शिक्षा संबंधी कार्य करें।

5. गुरु –

पुखराज धारण करना, उच्च अधिकारियों से भेंट, विवाह संबंधी कार्य, वस्त्र खरीदना इत्यादि करें।

6. शुक्र –

हीरा धारण करना, आभूषण क्रय करना चहिये, सोने-चांदी का व्यापार, ललित कला संबंधी कार्य, नवीन वस्त्र धारण करना व अन्य वैभव विलासिता संबंधी कार्य करें।

7. शनि –

नीलम व गोमेद धारण करना, गृहारम्भ करना, कारखानें स्थापित करना, लोहा-मशीनरी संबंधी कार्य, वाहन क्रय करना, न्यायालय संबंधी कार्य, कृषि कार्य, तेल संबंधी कार्य करें।

दिन का होरा चक्र

बृहस्पति- 06:23 – 07:24,
मंगल- 07:24 – 08:25,
सूर्य- 08:25 – 09:26,
शुक्र- 09:26 – 10:26,
बुध- 10:26 – 11:27,
चन्द्र – 11:27 – 12:28,
शनि- 12:28 – 13:29,
बृहस्पति- 13:29 – 14:29,
मंगल- 14:29 – 15:30,
सूर्य- 15:30 – 16:31,
शुक्र- 16:31 – 17:32,
बुध- 17:32 – 18:33,

रात्री का होरा चक्र

चन्द्र- 18:33 – 19:32,
शनि- 19:32 – 20:31,
बृहस्पति- 20:31 – 21:30,
मंगल- 21:30 – 22:29,
सूर्य- 22:29 – 23:28,
शुक्र- 23:28 – 24:27*,
बुध – 24:27* – 25:27*,
चन्द्र- 25:27* – 26:26*,
शनि- 26:26* – 27:25*,
बृहस्पति- 27:25* – 28:24*,
मंगल- 28:24* – 29:23*,
सूर्य- 29:23* – 30:22*,

(पञ्चाङ्ग-इंद्रप्रस्थ-“दिल्ली”-समयानुसार),

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