नेरवा, नोविता सूद। शनिवार को कलारा गाँव में लकड़ी से बना पांच कमरों का एक दो मंजिला मकान जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार शनिवार प्रातः दस बज कर चालीस मिनट पर क्लारा स्थित भूप सिंह एवं मोहन लाल भिख्टा पुत्र बैरागी राम के लकड़ी से बने मकान से लपटें उठनी शुरू हो गई।
लपटें उठती देख तरशाणु गाँव के गुज्जर समुदाय एवं आसपास के लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए तथा आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए। इस दौरान घर के अंदर रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया तथा आग और ज्यादा भड़क उठी।
लोगों ने कड़ी मशक्कत कर आग को अन्य घरों तक पंहुचने से तो बचा लिया परन्तु आग की चपेट में आये मकान में सब कुछ जल कर राख हो गया।
घटनास्थल पर सबसे पहले पंहुचने वाले दिनेश कैंथला ने बताया कि गुज्जर समुदाय के लोगों ने कड़ी मशक्कत करते हुए नेरवा के लिए आपूर्ति करने वाली मुख्य पाइप लाइन से पानी ढो कर आग पर काबू पाने में अहम् भूमिका निभाई ।
इस बीच एक घंटे के बाद चौपाल से फायर ब्रिगेड ने घटनास्थल पर पंहुच कर आग पर पूरी तरह काबू पा लिया । यदि स्थानीय लोगों द्वारा समय पर आग पर नियंत्रण ना पाया जाता तो साथ लगते मोहन,सतेंद्र व नरेंद्र भिख्टा के मकान भी आग की चपेट में आ सकते थे ।
उधर स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि नेरवा में अग्निशमन केंद्र होता तो शायद यह नुक्सान होने से बच जाता,क्योंकि चौपाल से फायर ब्रिगेड को पंहुचने में एक घंटा लग जाता है। घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की तरफ से पटवारी सुरेश हरजेट मौके पर पंहुचे तथा प्रभावित परिवार को दस हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की।
सुरेश हरजेट ने बताया कि नुक्सान का आकलन किया जा रहा है। फिलहाल दस से बारह लाख रुपये के नुक्सान का अनुमान है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है ।