नेरवा,नोविता सूद। गत रविवार रात मध्य प्रदेश में सेना में अपनी सेवायें देते हुए शहीद हुए तहसील नेरवा के थरोच के हर्ष पोटन का उनके गाँव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
शहीद की अंतिम यात्रा में क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए एवं शहीद हर्ष अमर रहे तथा जब तक सूरज चाँद रहेगा हर्ष तेरा नाम रहेगा के नारों से पूरा थरोच गुंजायमान हो उठा।
हर्ष के चचेरे भाइयों सुनील और वीरेंद्र ने हर्ष की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व पार्थिव देह के साथ आये सेना के जवानों ने उन्हें शोक धुनों के मध्य सात तोपों की सलामी दी।
थरोच पंहुचने पर शहीद की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन हेतु राणा थरोच के दरबार के प्रांगण में रखा गया था,जहां पर हजारों लोगों ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किये।
प्रशासन की तरफ से एसडीएम चौपाल चेत सिंह नेगी,चौपाल का कार्यभार देख रहे डीएसपी ठियोग कुलवीर सिंह,एसएचओ चौपाल केवल सिंह व कई अन्य गणमान्य लोगों ने शहीद के परिजनों को सांत्वना दी।
शहीद की चचेरी बहन अनीता पोतन चौहान ने बताया कि वह सभी भाई बहन एक ही आंगन में खेलकूद कर बड़े हुए हैं।
हर्ष बहुत ही मिलनसार और हंसमुख व्यक्तित्व का मालिक था, यही वजह है कि वह सब का ही चहेता था।
उन्होंने कहा कि परिवार को उसके इस तरह असमय जाने का जीवन भर गम रहेगा, परन्तु देश सेवा के दौरान उसकी शहादत का फक्र भी रहेगा।
चौपाल के विधायक बलवीर सिंह वर्मा, पूर्व विधायक सुभाष चंद मंगलेट, प्रदेश कांग्रेस संगठन महासचिव रजनीश किमटा, नगर पंचायत नेर की अध्यक्ष बबिता तंगड़ाईक, व्यापार मंडल नेरवा के अध्यक्ष राजीव भिख्टा एवं समस्त व्यापार मंडल नेरवा ने हर्ष की शहादत पर गहरा शोक प्रकट करते हुए परिजनों के प्रति संवेदनाये व्यक्त की हैं।
गौरतलब है कि हर्ष का मध्य प्रदेश में ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन हो गया था। हर्ष के सैनिक साथियों द्वारा परिवार को बतया गया था कि वह सभी अपने कमरे में फल फ्रूट खा रहे थे, इस दौरान हर्ष उठ कर बाथरूम में चला गया था।
काफी देरी तक बाथरूम से बाहर ना आने पर जब साथियों ने बाथरूम खोला तो पाया कि वह फर्श पर अचेतावस्था में पड़ा हुआ है। साथी उसे लेकर अस्पताल गए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।