हमीरपुर। महंगाई को लेकर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा नेताओं से उन्होंने पूछा है कि पूर्व कांग्रेस सरकारों में महंगाई पर हंगामा करने वाले भाजपा के नेता अब मौन क्यों हैं। जनता भी अब पूछ रही है कि महंगाई का तोड़ क्या है ?
केंद्र व प्रदेश सरकार क्या काम कर रही है। आरबीआई को कंगाल कर व सरकारी उपक्रमों का निजीकरण करने के बाद भी सरकार के हाथ खाली क्यों हैं। सरकार को अब स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए तथा जनता से माफी मांगकर महंगाई को कम करने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
जारी प्रैस विज्ञप्ति में विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकारों में जब किसी वस्तु के 50 पैसे दाम बढ़ने पर भी सड़कों पर हो-हल्ला मचाने वाले भाजपा के नेता व नेत्रियां कहां हैं। अब महंगाई इतनी बढ़ने पर भी सबकुछ हरा-हरा क्यों दिख रहा है।
अब जनता के बारे में भाजपा क्यों नहीं सोच रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकारों में 50 रूपए तक मिलने वाला पैट्रोल अब 100 रूपए में मिल रहा है। रसोई गैस सिलेंडर 1000 रूपए तक होने वाला है।
बिजली के दामों पर सरकार की कोई पकड़ नहीं। सरसों का तेल से लेकर खाद्यान्नों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। महंगाई में शतक, दोहरा शतक बनाने वाली केंद्र सरकार रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 1000 की नाट आउट पारी खेलने वाली है। आखिर सरकार अपनी जिम्मेवारी व जबावदेही की जगह जनता को ही सब्र रखने का पाठ क्यों पड़ा रही है।
उन्होंने सवाल उठाया कि सत्ता में आने के लिए ही कहीं भाजपा जनता का होने का ढोंग करती थी, जिन्हें अब गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों की कोई चिंता नहीं सता रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है।
महामारी की शुरुआत में ही सरकार कोई विशेष इंतजाम नहीं कर पाई और उद्योग धंधे बंद हो गए। लाखों-करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं, ऐसी विकट परिस्थिति में महंगाई बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में क्या हालात हैं, जनता यह सब कुछ देख व समझ रही है।
अब भाजपा के बहकावे में जनता नहीं आएगी तथा आगामी चुनावों में सरकार को इसका खमियाजा भी भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।